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UP: जनाक्रोश रैली में बोले शिवपाल यादव- सरकार ही नहीं अखिलेश को भी दिखाएंगे ताकत

समाजवादी पार्टी-लोहिया प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने बीते शनिवार को कहा कि अब कोई उनका साथ दे या न दे, फर्क नहीं पड़ता

FP Staff

अपने बड़े भाई और एसपी संस्थापक मुलायम सिंह यादव को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने बीते शनिवार को कहा कि अब कोई उनका साथ दे या न दे, फर्क नहीं पड़ता. एसपी से अलग होकर प्रगतिशील समाज पार्टी (लोहिया) बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव रविवार यानी आज अपनी पहली रैली में न सिर्फ सरकार बल्कि भतीजे अखिलेश यादव को भी ताकत का एहसास करा रहे हैं. उनके समर्थकों ने रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. उनका दावा है कि जनाक्रोश रैली में भारी भीड़ जुटेगी और दूसरे दलों के कई प्रमुख नेता पार्टी की सदस्यता भी ग्रहण करेंगे.

जनाक्रोश रैली किसी व्यक्ति विशेष की नहीं है


रैली के मद्देनजर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर दिन भर वरिष्ठ पदाधिकारियों का जमावड़ा रहा. शिवपाल ने खुद सारी तैयारियों की जानकारी ली.पत्रकारों से बातचीत में शिवपाल ने कहा कि जनाक्रोश रैली किसी व्यक्ति विशेष की नहीं है. यह जनसाधारण के आक्रोश को स्वर देगी. गरीब, किसान, मजदूर के आक्रोश को आवाज देने के लिए इसका आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि हम सामाजिक विकास में पिछड़ गए तमाम जातीय समूहों और वर्गों को अपने साथ जोडऩा चाहते हैं. पार्टी सामाजिक न्याय की लड़ाई को नए संदर्भों से जोड़ते हुए लड़ेगी.

शिवपाल की रैली के होर्डिंग्स से मुलायम सिंह यादव की तस्वीर गायब

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सीपी राय ने दावा किया कि रैली अभूतपूर्व होगी. प्रदेश के सभी जिलों से लोग इसमें शामिल होंगे. शिवपाल की रैली को सेक्युलर मोर्चा के बैनर से जुड़े 40 से अधिक छोटे दलों का भी समर्थन मिल रहा है. बहुजन मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष वामन मेश्राम और और राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी अध्यक्ष गोपाल राय समेत कई दल रैली को सफल बनाने की कोशिशों में जुटे हैं. दूसरी ओर एसपी नेताओं की निगाह भी रैली पर है कि पार्टी का और कौन नेता शिवपाल के मंच पर नजर आ सकता है. शिवपाल सिंह यादव की रैली के ज्यादातर होर्डिंग्स से मुलायम सिंह यादव की तस्वीर गायब है. इससे पहले रैली में उनके शामिल होने के सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि नेताजी आजाद हैं. वह जो चाहें करें. मैं उनको समर्थन करता रहूंगा.