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IRCTC मामला: लालू, राबड़ी और तेजस्वी समेत सभी आरोपियों के खिलाफ समन

लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेलमंत्री थे, तब रेलवे के पुरी और रांची स्थित बीएनआर होटल के रख-रखाव और इम्प्रूवमेंट के लिए आईआरसीटीसी को ट्रांसफर किया था. इसके लिए टेंडर विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स को दी गई. टेंडर प्रॉसेस में नियम-कानून को बड़े स्तर पर ताक पर रखा गया था

Bhasha

आईआरसीटीसी घोटाला मामले में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी समेत सभी आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया है. कोर्ट ने सभी आरोपियों को 31 अगस्त के दिन पेश होने का निर्देश भी दिया है.

वहीं सीबीआई ने इस मामले में 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की. जिसमें 8 लोगों के नाम लिस्ट में पहले से ही शामिल थे. इस केस में लालू के परिवार के अलावा उनके करीबी प्रेम गुप्ता, पत्नी सरला गुप्ता, विजय और विनय कोचर (होटल चाणक्य के मालिक) और आईआरसीटीसी के डायरेक्टर राकेश सक्सेना,मैनेजिंग डायरेक्टर पी के गोयल और जनरल मैनेजर बी के अग्रवाल का नाम भी दर्ज है. इन सब के बीच यह बता दें की तेजस्वी यादव के खिलाफ पहली बार चार्जशीट फाइल की गई है.


क्या है पूरा मामला?

लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेलमंत्री थे, तब रेलवे के पुरी और रांची स्थित बीएनआर होटल के रख-रखाव और इम्प्रूवमेंट के लिए आईआरसीटीसी ने एक टेंडर निकाली. जिसे आरजेडी प्रमुख ने अवैध तरीके से विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स को दे दी. इस टेंडर प्रॉसेस में नियम-कानून की बुरी तरह से धज्जियां उड़ाई गई थी.

आरोप है कि इसके एवज़ में 25 फरवरी 2005 को कोचर ने पटना के बेली रोड स्थित 3 एकड़ जमीन सरला गुप्ता की कंपनी मेसर्स डिलाइट मार्केटिंग कंपनी लिमिटेड (डीएमसीएल) को 1.47 करोड़ रुपए में बेच दी, जबकि बाजार में उसकी कीमत 1.93 करोड़ रुपए थी. इसे कृषि भूमि बताकर सर्कल रेट से काफी कम पर बेचा गया, स्टाम्प ड्यूटी में गड़बड़ी की गई.

बाद में 2010 से 2014 के बीच यह बेनामी प्रॉपर्टी लालू की फैमिली की कंपनी लारा प्रोजेक्ट को सिर्फ 65 लाख रुपए में ट्रांसफर कर दी गई, जबकि सर्कल रेट के तहत इसकी कीमत करीब 32 करोड़ थी और मार्केट रेट 94 करोड़ रुपए था. एफआईआर में कहा गया है कि कोचर ने जिस दिन ज़मीन डीएमसीएल को बेची ,उसी दिन रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को उसे बीएनआर होटल्स सौंपे जाने के अपने फैसले के बारे में बताया. सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

इस मामले में लालू यादव और तेजस्वी यादव समेत सुजाता होटल के दोनों डायरेक्टर और चाणक्य होटल के मालिक विजय कोचर और विनय कोचर के साथ-साथ आईआरसीटीसी के पूर्व एमडी पीके गोयल के नाम एफआईआर दर्ज की गई है. मई में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बेनामी प्रॉपर्टी के शक में दिल्ली-एनसीआर में करीब 22 ठिकानों पर कार्रवाई की थी. इसमें आरजेडी सांसद प्रेमचंद गुप्ता भी शामिल हैं. लालू यादव पर बेनामी प्रॉपर्टी और टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं. डिपार्टमेंट को शक है कि बेनामी प्रॉपर्टी 1000 करोड़ की हो सकती है. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा है कि रेलवे के होटल को लीज़ पर देने के लिए जो ज़मीन लालू को दी गई उसकी कीमत करीब 200 करोड़ रुपए है. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि इस ज़मीन पर पटना का सबसे बड़ा शॉपिंग मॉल बनाया जा रहा है.