हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो की सिफारिश पर बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति की शिकायत की जांच बंद कर दी है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
राज्य में वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली पूर्व की कांग्रेस सरकार ने धर्मशाला के एक वकील की शिकायत के आधार पर धूमल के खिलाफ सतर्कता जांच का आदेश दिया था. वकील ने आरोप लगाया था कि बीजेपी नेता ने अपनी घोषित संपत्ति से अधिक संपत्ति अर्जित की.
राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसवी और एसीबी) के अतिरिक्त महानिदेशक अतुल वर्मा ने कहा, ‘धूमल के खिलाफ जांच बंद करने की सिफारिश राज्य सरकार को भेजी गई क्योंकि शिकायत की जांच में आय के उनके ज्ञात स्रोत से अधिक की संपत्ति नहीं पाई गई.’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एसवी और एसीबी की सिफारिश के आधार पर धूमल के खिलाफ जांच बंद करने का फैसला किया है. क्या इस संबंध में कोई राजनीतिक दबाव था, यह पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, ‘पूरी तरह गुण-दोष के आधार पर सिफारिश का फैसला किया गया.’
उन्होंने कहा कि वेतन, भत्ते आदि सहित उनकी संपत्ति का आंकलन उनके आय के ज्ञात स्रोत से किया गया जिसके बाद राज्य सरकार ने जांच बंद करने का फैसला किया.