view all

LIVE: गांधी-अंबेडकर के विचारों से प्रेरित होकर याकूब की फांसी का विरोध किया- गोपालकृष्ण

एनडीए संसदीय दल की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया

FP Staff
14:07 (IST)

गोपालकृष्ण गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जनता और राजनीति के बीच एक खाई बनी हुई है मैं उसे कम करना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि मैं यहां किसी पार्टी या किसी व्यक्ति का विरोध करने के लिए नहीं खड़ा हुआ हूं. गोपालकृष्ण गांधी ने कहा कि हम लोग इस वक्त एक बंटवारे के माहौल में रह रहे हैं. ये भविष्य की राजनीति ही नहीं बल्कि देश के लिए भी खतरनाक है. याकूब मेनन की फांसी पर दया याचिका मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि फांसी की सजा मध्ययुगीन विचार है. ये ठीक नहीं है. मेरे विचार महात्मा गांधी और डॉ अंबेडकर से प्रेरित हैं.

13:49 (IST)

मैं एक आम आदमी हूं. मैं किसी राजनीतिक पार्टी से संबद्ध नहीं हूं. मेरे विचार मेरे अपने हैं किसी पार्टी के नहीं- गोपालकृष्ण गांधी

12:57 (IST)

वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल होना अब तय लग रहा है. वेंकैया नायडू के पास सूचना-प्रसारण मंत्रालय के साथ-साथ शहरी विकास मंत्रालय का भी कार्यभार था. लेकिन, नामांकन के पहले उन्होंने दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया. अब सूचना-प्रसारण मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी स्मृति ईरानी और शहरी विकास मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी नरेंद्र सिंह तोमर को  दी गई है.

लेकिन, वेंकैया के पहले भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में कई जगह खाली रहे हैं. मनोहर पर्रिकर के गोवा वापस लौटने के बाद रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी वित्त मंत्री अरूण जेटली संभाल रहे हैं. जबकि पर्यावरण मंत्री अनिल दवे के निधन के बाद पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी हर्षवर्धन को दी गई है.

ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कैबिनेट विस्तार जरूरी हो गया है. फिलहाल इस बात की संभावना जताई जा रही है कि मॉनसून सत्र के बाद कैबिनेट में संभावित फेरबदल हो सकता है. कैबिनेट का यह फेरबदल काफी बड़ा और व्यापक हो सकता है क्योंकि, इस फेरबदल के बाद अब लोकसभा चुनाव में महज  एक से  डेढ़ साल का ही वक्त बचेगा. मोदी मंत्रिमंडल का ये तीसरा और आखिरी विस्तार हो सकता है.

12:51 (IST)

गोपालकृष्ण गांधी ने दाखिल किया नामांकन. इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा विपक्ष के कई नेता मौजूद रहे.

12:42 (IST)

वेंकैया नायडू के बहाने दक्षिण भारतीय राजनीति को भी साधने की बीजेपी की तैयारी दिख रही है. बीजेपी को अक्सर नॉर्थ इंडिया की पार्टी कहा जाता है. लेकिन धीरे-धीरे पार्टी ने दक्षिण में भी अपने पांव पसारने शुरू किए हैं. दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले  कर्नाटक में बीजेपी ने पांच साल तक पूर्ण बहुुमत की सरकार भी चलाई है. लेकिन, अब पार्टी की नजर पूरे दक्षिण भारत पर है. मोदी-शाह की जोड़ी दक्षिण भारत में भी कमल खिलाने की पूूरी तैयारी कर रही है. वेंकैया का उपराष्ट्रपति पद पर बैठाने का फैसला इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. अगले दो सालों में दक्षिण के तीन राज्यो में चुनाव होने हैं. कर्नाटक में अगले साल विधानसभा का चुनाव है जबकि आंध्र और तेलंगाना में 2019 में विधानसभा का चुनाव होना है. वेंकैया खुद आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं. जबकि कर्नाटक से वो तीन बार राज्यसभा सांसद रहे हैं. बीजेपी को लगता है कि दक्षिण भारत के इस बड़े चेहरे को बड़ा पद देकर दक्षिण में भी अपनी धाक बढा सकती है.

12:34 (IST)

उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया है. बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने उनके ऊपर आतंकियों को बचाने का आरोप लगाकर विरोध किया है. गौरतलब है कि मुंबई बम धमाके के मामले में याकूब मेमन की फांसी को रोकने को लेकर गोपालकृष्ण गांधी ने 29 जुलाई 2015 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखा था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि याकूब मेमन की फांसी की सजा को रोककर पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम को असली श्रद्धांजलि दे सकते हैं. 

शिवसेना ने पूछा है कि आखिर ये कैसा माइंडसेट है . शिवसेना नेता संजय राउत ने उनकी उम्मीदवारी को लेकर ही विपक्ष को पूरी तरह से कठघड़े में खडा कर दिया है.

विपक्ष  जहां गोपालकृष्ण गांधी के गांधी उपनाम का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा था, वहीं बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने उनकी सोच पर ही सवाल खड़ा कर विपक्ष के नजरिए को कटघरे में खड़ा कर दिया है   

12:29 (IST)

मेरी मां की मौत मेरे बचपन में ही हो गई. मैंने अपनी पार्टी को अपनी मां समझा. आज उसी का नतीजा है कि पार्टी ने मुझे ये मुकाम दिया है- वेंकैया नायडू

12:28 (IST)

उपराष्ट्रपति पद मिलने के बाद मैं इस पद की गरिमा बरकरार रखूंगा. उपराष्ट्रपति की गरिमापूर्ण परंपरा बनाए रखने की कोशिश करूंगा- वेंकैया नायडू

12:26 (IST)

उपराष्ट्रपति के पद की अलग महिमा होती है मुझे उम्मीद है कि मैं इस पद के साथ न्याय कर पाऊंगा- वेंकैया नायडू

12:25 (IST)

नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए वेंकैया नायडू ने कहा कि वो उम्मीदवार बनाए जाने से गौरव का अनुभव कर रहे हैं. चार दशक की उनकी राजनीति का ये सबसे अहम पल है.

12:06 (IST)

12:05 (IST)

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वेंकैया नायडू के खिलाफ गोपालकृष्ण गांधी मैदान में हैं. महात्मा गांधी के पोेते गोपालकृष्ण गांधी को विपक्ष ने अपना साझा उम्मीदवार बनाया है. लेकिन, संख्या बल के हिसाब से उनका  उपराष्ट्रपति बनना संभव नहीं लग रहा. विपक्ष भी इस बात को समझ रहा है, तभी कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने साफ कर दिया था कि हमारे पास संख्या बल नहीं है, फिर भी हमें लड़ना है. सोनिया कुछ मूल्यों की खातिर चुनाव लड़ने की बात कर रही हैं. उन्हीं मूल्यों को बचाने के नाम पर विपक्ष ने गोपालकृष्ण गांधी को मैदान में उतारा है. 

लेकिन, विपक्ष की तरफ से गोपालकृष्ण गांधी के बहाने विपक्षी एकता दिखाने की कोशिश भी की गई थी. खासतौर से जेडीयू के एनडीए के राष्ट्रपति  उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के साथ जाने के बाद विपक्ष के लिए उपराष्ट्रपति चुनाव के वक्त जेडीयू को साधना काफी जरूरी था. कांग्रेस इस बात को समझ रही थी कि गोपालकृष्ण गांधी के नाम पर नीतीश मना नहीं कर सकते. दूसरी तरफ, गोपालकृष्ण गांधी गैर-कांग्रेसी विपक्ष के चहेते हैं. लेफ्ट, टीएमसी और बाकी दल उनके नाम को पहले से ही उठाते रहे हैं. 

यही वजह है कि गोपालकृष्ण गांधी विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर सामने आ गए. फिलहाल गांधी के ही बहाने सही 18 दलों का विपक्षी कुनबा एकजुट दिख रहा है. 

11:38 (IST)

11:36 (IST)

वेंकैया नायडू के साथ प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी मौजूद हैं. वेंकैया नायडू नामांकन की औपचारिकता पूरी कर रहे हैं.

11:34 (IST)

वेंकैया नायडू का उपराष्ट्रपति बनना लगभग तय हो गया है. बीजेपी संसदीय बोर्ड से उनके नाम पर मुहर लगने के बाद महज औपचारिकता ही बाकी है, क्योंकि संख्या बल के हिसाब से उनका पलड़ा भारी लग रहा है. उपराष्ट्रपति के लिए हो रहे चुनाव में संसद के दोनों सदनों के सदस्य ही भाग लेते हैं, लोकसभा और राज्य सभा के सांसदों की कुल संख्या 790 है. 

बहुुमत के लिए 396 सांसदों का समर्थन होना जरूरी है. इस वक्त एनडीए के पक्ष में 412 सांसद हैं. लेकिन, वेंकैया नायडू के नाम पर एआईएडीएमके, वाएसआर (कांग्रेस), टीआरएस और बीजेडी की तरफ से समर्थन मिलने की पूरी संभावना है. ऐसे में वेंकैया नायडू के समर्थन में 500 से ज्यादा सांसद  हो जाएंगे.  

वेंकैया नायडू के चुने जाने के बाद पहली बार बीजेपी किसी अपने कैडर को उपराष्ट्रपति पद पर बैठाने में सफल होगी. इसी तरह रामनाथ कोविंद भी ऐसे बीजेपी नेता होंगे जिन्हें पहली बार राष्ट्रपति पद पर बैठने का मौका मिलेगा.

11:24 (IST)

11:23 (IST)

एनडीए से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार वेंकैया नायडू अपना नामांकन दाखिल करने पहुंचे हैं. उनके साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और बीजेपी के दूसरे सीनियर लीडर भी साथ हैं.

11:03 (IST)

केंद्रीय कैबिनेट से वेंकैया नायडू के इस्तीफे के बाद स्मृति ईरानी को सूचना प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. जबकि ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को शहरी विकास मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

10:42 (IST)

इस बीच संसद भवन में विपक्षी दलों की बैठक शुरू हो गई है. इसमें शरद यादव, डी राजा, डेरेक ओ ब्रायन जैसे विपक्षी दलों के नेता हिस्सा ले रहे हैं. 

10:18 (IST)

नामांकन दाखिल करने वेंकैया नायडू संसद भवन पहुंचे.

10:17 (IST)

नामांकन दाखिल करने से पहले वेंकैया नायडू ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की.

10:16 (IST)

नामांकन दाखिल करने के लिए वेंकैया नायडू अपने आवास से निकल चुके हैं

10:16 (IST)

आज एनडीए के उम्मीदवार वेंकैया नायडू और विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी दोनों राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना-अपना नामांकन दाखिल करेंगे. आज नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है.

19:49 (IST)

अमित शाह ने कहा, 'किसान परिवार से आने वाले वेंकैया नायडू बेहद अनुभवी हैं और एनडीए के सभी सदस्यों का उन्हें समर्थन है.'

19:44 (IST)

बीजेपी के मुख्यालय से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने वेंकैया नायडू के नाम का ऐलान किया. LIVE देखें-

19:41 (IST)

एनडीए के संसदीय दल की बैठक में वरिष्ठ बीजेपी नेता और वर्तमान शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना गया है. उनका मुकाबला विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी से होगा.

17:13 (IST)

राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हुई. छिटपुट क्रॉस वोटिंग की अटकलों के बीच एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का जीतना तय.

16:19 (IST)

कांग्रेस के एक विद्रोही विधायक और टीएमसी से बर्खास्त छह विधायकों ने सोमवार को एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को वोट दिया. टीएमसी से बर्खास्त छह विधायकों में से एक सुदीप रॉय बर्मन ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करने के बाद मीडिया से कहा, 'हम छह विधायकों ने रामनाथ कोविंद के लिए मतदान किया.'

16:07 (IST)

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा समेत दोनों राज्यों के विधायकों ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान किए. उत्तराखंड में सभी 70 विधायकों ने वोट डाले. बिहार के एक विधायक ने भी उत्तराखंड में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, विपक्ष के नेता नरसिंह मिश्रा और भाजपा विधायक दल के नेता के वी सिंहदेव ने भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले.

15:42 (IST)

ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी ने अन्याय के खिलाफ वोट दिया है. उन्होंने कहा कि भारत के रिश्ते नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के साथ खराब हुए हैं जिसका खामियाजा हमें (पश्चिम बंगाल को) भुगतना पड़ता है. GST और नोटबंदी बड़े घोटाले हैं.

देश के 14वें राष्ट्रपति के लिए वोटिंग थोड़ी देर बाद शुरू हो जाएगी. मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और यूपीए की उम्मीदवार मीरा कुमार के बीच है. वोटों की गिनती 20 जुलाई को दिल्ली में होगी, जहां राज्यों से सभी बैलेट बॉक्स लाए जाएंगे. इसी दिन नतीजों का भी ऐलान होगा.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो जाएगा. सोमवार को संसद भवन और राज्य विधानसभाओं में सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे. इससे पहले बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने समर्थन जुटाने के लिए राज्यों के दौरे किए.


इस चुनाव में बिहार में महागठबंधन में साथ जेडीयू और आरजेडी ने अलग-अलग उम्मीदवारों को वोट करने का फैसला किया है. जेडीयू जहां बिहार के राज्यपाल रहे रामनाथ कोविंद का समर्थन कर रही है वहीं आरजेडी ने मीरा कुमार के समर्थन का फैसला किया है.

समाजवादी पार्टी भी इस मामले में बंटी नजर आ रही है. समाजवादी पार्टी सांसद विपक्ष के साझा उम्मीदवार के समर्थन वाली बैठक में तो मौजूद थे लेकिन कुछ दिन पहले शिवपाल यादव ने साफ कर दिया कि उनका वोट रामनाथ कोविंद को जाएगा. मुलायम भी कोविंद को ही समर्थन कर सकते हैं.