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इनकम टैक्स छापा: लालू परिवार पर कब चुप्पी तोड़ेंगे नीतीश कुमार?

लालू यादव और उनके परिवार पर इनकम टैक्स का शिकंजा कस रहा है, अब देखना है नीतीश कुमार क्या करते हैं

Amitesh

लालू यादव के परिवार के 22 ठिकानों के ऊपर जब पिछले महीने की 16 तारीख को आयकर विभाग ने छापेमारी की तो लालू और नीतीश के बीच की तल्खी सतह पर आ गई थी. तिलमिलाए लालू ने उस दिन ट्वीट कर बीजेपी को गठबंधन के नए साथी को लेकर मुबारकबाद भी दे दी थी. लालू के इस ट्वीट का मतलब निकाला गया कि वो बीजेपी और जेडीयू की नजदीकी को लेकर ऐसा कमेंट कर रहे हैं.

ट्वीट से शुरू हुआ सियासी विवाद


लालू के बयान के बाद सियासी बवाल शुरू हो गया. इस ट्वीट का मतलब निकाला जाने लगा कि लालू और नीतीश की राहें अब जुदा हो सकती हैं. लेकिन, इसके तुरंत बाद लालू की तरफ से डैमेज कंट्रोल की कोशिश की गई. लालू ने जल्द ही दूसरा ट्वीट कर कहा, 'ज्यादा लार मत टपकाओ गठबंधन अटूट है.'

इसके बावजूद लालू के इस बयान के बाद महागठबंधन ने भीतर की सुगबुगाहट और अंतरविरोध सामने आ गया था. उस वक्त जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पार्टी महासचिव ने फ़र्स्टपोस्ट से बातचीत में दावा किया था कि नीतीश कुमार फिलहाल इन सभी बातों को देख रहे हैं. लेकिन, अगर लालू यादव के बेटे-बेटी या खासतौर से दोनों बेटों के ऊपर कोई चार्जशीट दाखिल होती है तो नीतीश कुमार के लिए मुश्किल होगी.

छवि खराब होने का रिस्क लेंगे नीतीश कुमार?

जेडीयू के इस नेता का दावा था कि नीतीश कुमार अपनी छवि को लेकर काफी संवेदनशील रहते हैं. लिहाजा आधिकारिक रूप से अपनी सरकार में मंत्री पद पर बैठे लालू के दोनों बेटों के खिलाफ कारवाई होने की सूरत में शायद ही वो चुप बैठें.

अब नीतीश के लिए परीक्षा की घड़ी सामने आ रही है. आयकर विभाग ने  जिस तरह से कारवाई शुरू की है उसके बाद लालू यादव के परिवार के लिए मुश्किल बढ़ती जा रही है.

आयकर विभाग की कार्रवाई का क्या होगा साइडइफेक्ट्स?

आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ति मामले में बड़ी कारवाई करते हुए लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव, बेटी मीसा भारती, मीसा के पति शैलेष और बेटी चंदा और रागिनी की कई बेनामी संपत्ति को अटैच कर नोटिस थमा दिया है.

इनमें अधिकतर संपत्तियां दिल्ली, गुरूग्राम, नोएडा और पटना में हैं. अटैच की गई 14 बेनामी संपत्ति की कीमत 175 करोड़ आंकी गई है, जिसकी डीड में कीमत 9.32 करोड़ दिखाई गई है.

20 जून को हुई आयकर विभाग की कारवाई के अगले ही दिन मीसा भारती से पूछताछ भी की गई.

आयकर विभाग की तरफ से अब हो रही कारवाई के बाद सवाल है कि नीतीश कुमार का अगला कदम क्या होगा. क्या नीतीश कुमार अभी भी लालू यादव के साथ रहना पसंद करेंगे? सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि आयकर विभाग की कारवाई में नीतीश सरकार में शामिल उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का भी नाम है.

पशोपेश में फंसे नीतीश कुमार

नीतीश कुमार को भी इस बात का एहसास है. लेकिन, वो खुद किसी तरह का बयान देने और कारवाई करने के बजाए केंद्रीय एजेंसी के कदम का इंतजार कर रहे हैं.

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी का कहना है कि ‘पिछले ढ़ाई तीन महीने से इतने खुलासे हो रहे हैं और नीतीश कुमार कुछ भी पूछने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. नीतीश जी इंतजार कर रहे हैं कि केंद्र कार्रवाई करे. मुझे कार्रवाई नहीं करनी पड़े.'

'अगर नीतीश जी कार्रवाई करेंगे तो सरकार गिर जाएगी. नीतीश जी ने एक महीने पहले कहा भी था कि अगर दस्तावेज और सबूत सही हैं तो केंद्र कार्रवाई करे और नीतीश जी के इसी बयान के बाद केंद्र कार्रवाई कर रहा है. मुझे नीतीश जी से कोई उम्मीद नहीं है कि वह कोई कार्रवाई करेंगे.’

उधर लालू यादव को डर सता रहा है. उन्हें डर है आयकर विभाग का भी और बिहार सरकार पर खतरे का भी. राष्ट्रपति चुनाव के वक्त नीतीश की गुगली ने लालू के इस डर को और बढ़ा भी दिया है. आने वाले दिनों में नीतीश का अगला कदम लालू यादव के परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले के रूख पर निर्भर करेगा.