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निर्धारित समय से पहले ही आईआईटी दिल्ली की सभी सीटें भरीं

आईआईटी दिल्ली में 851 नियमित और 59 अतिरिक्त सीटें हैं. इन दोनों को मिलाकर कुल 910 सीटें हुईं. इस साल 912 सीटों पर दाखिले के साथ पिछले साल की तुलना में 2 सीटें ज्यादा भरी गई हैं

FP Staff

आईआईटी दिल्ली का चौथा काउंसलिंग शुक्रवार को संपन्न हो गया. कुल 912 छात्रों के दाखिले के साथ इस संस्थान के सभी सीट भर चुके हैं. 11 जुलाई को काउंसलिंग सेशन शुरू हुआ था.

इस बीच मद्रास हाई कोर्ट के एक निर्देश पर काउंसलिंग की प्रक्रिया दो दिन के लिए रोकी गई थी. हाई कोर्ट की एक जज की बेंच ने आईआईटी दिल्ली को सीट आवंटन प्रक्रिया रोकने का निर्देश दिया था. बाद में इस फैसले को चुनौती देते हुए याचिका दायर की गई, जो आईआईटी दिल्ली के पक्ष में रही. उसी आधार पर संस्थान ने सीट आवंटन की प्रक्रिया को दोबारा आगे बढ़ाया. टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी.


संस्थान ने पिछली बार की तरह इस बार भी छात्रों की संख्या को देखते हुए काउंसलिंग राउंड की संख्या तय की. इसके लिए संस्थान को सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक 12 घंटे की शिफ्ट करनी पड़ी.

आईआईटी दिल्ली में 851 नियमित और 59 अतिरिक्त सीटें हैं. इन दोनों को मिलाकर कुल 910 सीटें हुईं. इस साल 912 सीटों पर दाखिले के साथ पिछले साल की तुलना में 2 सीटें ज्यादा भरी गई हैं. इस बारे में आईआईटी दिल्ली के जॉइंट एंट्रेंस एक्जामिनेशन-एडवांस्ड के अध्यक्ष और प्रोफेसर आदित्य मित्तल ने कहा, अभी हमारे पास काउंसलिंग के तीन और सेशन बचे हैं.

मित्तल ने यह भी कहा कि छात्र और उनके अभिभावक कैंपस में 8 बजे से पहले पहुंच जाते हैं और सेशन सही वक्त पर शुरू हो, इसके लिए संस्थान की पूरी मदद करते हैं.

अब तक कुल 912 छात्र दाखिला ले चुके हैं और 525 छात्रों ने अपनी सीटें 'फ्रीज' या 'स्लाइड' कर दी हैं. फ्रीज का अर्थ है कि जब कोई छात्र अपनी सीट किसी आईआईटी में फिक्स कर दे. स्लाइड से मतलब है कि जब कोई छात्र किसी खास आईआईटी में अपनी चॉइस से अकादमिक प्रोग्राम चुनने के लिए आजाद हो.

बाकी बचे तीन काउंसलिंग 18 जुलाई तक आयोजित किए जाएंगे और 17 जुलाई को शाम 5 बजे तक कैंडिडेट अपना नाम वापस ले सकते हैं.