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IAS अशोक खेमका ने लगाया तबादलों का अर्धशतक

26 साल में 50 बार हो चुका अशोक खेमका का ट्रांसफर

FP Staff

कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े करोड़ों रुपये के जमीन सौदे की गड़बड़ियों का पर्दाफाश करने वाले आईएएस अशोक खेमका ने तबादलों का अर्धशतक लगा लिया है.

मनोहरलाल सरकार ने एक बार फिर उनकी बदली कर दी है. उनका 26 साल में 50 बार ट्रांसफर हो चुका है. उन्‍हें साइंस एंड टेक्‍नॉलोजी से हटाकर सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता विभाग का प्रधान सचिव लगाया गया है.


खेमका जिस भी विभाग में गए वहां पर घोटाले उजागर किए. अपनी इसी कार्यशैली के कारण वह हमेशा सत्‍ता के निशाने पर रहे हैं. उनका नाम सबसे ज्‍यादा तबादलों की मार झेलने वाले अधिकारियों में गिना जाता है.

उनकी गिनती ऐसे नौकरशाहों में होती है जो नेताओं की कठपुतली नहीं हैं. जो नियम कानून के आगे किसी की नहीं चलने देते.

इन अधिकारियों ने भी झेली है तबादले की मार

-हरियाणा के ही आईएएस अधिकारी प्रदीप कासनी का 33 साल की सर्विस में 68 बार ट्रांसफर हो चुका है. मनोहर सरकार ने अपने कार्यकाल में उनका 13 बार तबादला किया. वर्ष 2016 में एक बार उनका एक ही माह में तीन बार तबादला हो चुका है.

हरियाणा की ही केसनी आनंद अरोड़ा का 45 बार ट्रांसफर हुआ है. इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश काडर के आईएएस अधिकारी विनीत चौधरी का 31 साल में 52 ट्रांसफर हो चुका है.

हरियाणा के वरिष्‍ठ पत्रकार नवीन धमीजा का कहना है कि ‘कुछ अधिकारी कांग्रेस के समय भी सरकार के निशाने पर थे और बीजेपी के राज में भी हैं. इनमें सबसे ऊपर नाम आता है अशोक खेमका और कासनी का’.

धमीजा कहते हैं कि ‘दरअसल ये ‘यस सर’ वाले अफसर नहीं हैं इसलिए इन्‍हें एक जगह टिकने नहीं दिया जाता है. सरकार ये कह सकती है कि ट्रांसफर उसका अधिकार है, लेकिन जनता को सब दिखता है.

(साभार न्यूज18)