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अगर नक्सलियों से मेरे संबंध हैं तो मुझे गिरफ्तार करें पीएम मोदी: दिग्विजय सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस उनसे भयभीत हैं और इसलिए वे किसी भी तरह से उनके खिलाफ नकारात्मक वातावरण बनाना चाहते हैं

FP Staff

वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को उन तमाम रिपोर्टों का खंडन किया है जिनमें उनका माओवादियों से संबंध होने की आशंका जताई जा रही है. गौरतलब है कि पुणे पुलिस को भीमा-कोरेगांव मामले की जांच करते हुए एक पत्र मिला है. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री का नंबर नक्सलियों के पास से बरामद हुआ है.

न्यूज18 की खबर के मुताबिक इस पर दिग्विजय सिंह ने चुनौती देते हुए कहा, 'मैं प्रधान मंत्री मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस और महाराष्ट्र पुलिस को चुनौती देता हूं कि वे मेरे खिलाफ कोई सबूत ढूंढें. अगर वे ऐसा कर लेते हैं, तो वे मेरे खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं.'


पुलिस को पत्र में मिला दिग्विजय का नंबर

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस उनसे भयभीत हैं और इसलिए वे किसी भी तरह से उनके खिलाफ नकारात्मक वातावरण बनाना चाहते हैं. इससे पहले एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा था कि पुलिस को माओवादियों से बरामद हुए एक पत्र में दिग्विजय सिंह का फोन नंबर मिला है. इसको पुलिस ने एलगार परिषद मामले से जुड़ी चार्ज शीट में भी जोड़ा है.

इस मामले के संबंध में पुणे पुलिस ने देशभर में छापे मारे थे. इसके चलते कई सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया था. अधिकारी ने कहा कि 25 सितंबर, 2017 को सुरेंद्र नाम के एक व्यक्ति को पत्र लिखा गया था. यह पत्र एक कॉमरेड प्रकाश द्वारा लिखा गया था.

पत्र में लिखा था दिग्विजय सिंह का नंबर

पत्र में लिखा था, 'हमें छात्रों के साथ कई राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करने होंगे. स्टेट फोर्स छात्रों के खिलाफ नरम हो जाएगी, यह कदम उनको हमारे खिलाफ कार्रवाई करते समय नुकसान पहुंचाएगा. कांग्रेस नेता इस प्रक्रिया में सहायता करने के लिए बहुत इच्छुक हैं और आगे के आंदोलनों को फंड देने पर भी सहमत हैं. इस संबंध में, आप हमारे मित्र से इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.' पुलिस के अनुसार यहां दिग्विजय सिंह का फोन नंबर दिया गया था.

यह पूछे जाने पर कि क्या दिग्विजय सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा, पुणे के डिप्टी कमिश्नर सुहास बावचे ने कहा कि छापे के दौरान जब्त किए गए पत्रों में कुछ नंबर मिले हैं. उनकी भूमिका की जांच की जा रही है. बावचे ने कहा, 'अगर किसी की भूमिका प्रमाणित की जाती है, तो जांच के हिस्से के रूप में जो भी करने की आवश्यकता होगी, वह किया जाएगा.'

दिग्विजय सिंह बोले चार साल पहले ही बंद कर दिया नंबर

हालांकि दिग्विजय सिंह के मुताबिक उन्होंने चार साल पहले ही वह नंबर इस्तेमाल करना बंद कर दिया था. उन्होंने कहा, 'जिस नंबर का जिक्र किया जा रहा है वह राज्यसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध है. इसलिए वह नंबर किसी के भी पास जा सकता है. इसके अलावा, मैंने पिछले 4 सालों पहले ही उस नंबर का उपयोग करना बंद कर दिया है.

गौरतलब है कि बीजेपी ने इस साल सितंबर में सिंह के खिलाफ ऐसे ही आरोप लगाए थे. तब सिंह ने तेजी से प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा, 'बीजेपी मुझ पर नक्सली होने का आरोप लगा रही है तो सरकार मुझे गिरफ्तार क्यों नहीं करती?'