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हिमाचल चुनाव 2017: दो सतपालों के मुकाबले में कौन मारेगा बाजी

बीजेपी के सतपाल सिंह सत्ती को कद्दावर नेता माना जाता है, कांग्रेस ने उनके सामने सतपाल सिंह रायजादा को खड़ा किया है

FP Staff

ऊना हिमाचल प्रदेश की 44 नंबर की विधानसभा है. ऊना वैसे तो हिमाचल का जिला है मगर लोकसभा में हमीरपुर सीट के अंदर आता है. 2012 में 71,000 से कुछ ज्यादा वोटर वाले इस कस्बे का नाम गुरु अर्जुन देव ने रखा था. पंजाब से सटा ऊना 1972 में पंजाब के होशियारपुर का हिस्सा था.

पंजाबी भाषियों के बाहुल्य वाले इस इलाके में कई गुरुद्वारे हैं. प्रसिद्ध भाखड़ा-नंगल बांध की गोविंद सागर झील के चलते यह खूबसूरत हिल स्टेशन भी है.


शुरू से बीजेपी के गढ़ माने जाने वाले ऊना में 2012 में सतपाल सिंह सत्ती लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए थे. सत्ती प्रदेश के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं. इस चुनाव में भी उनके पक्ष में हवा रहने की संभावना है. ऊना के ज्यादातर लोग पंजाब के शहरों में नौकरी करने जाते हैं. जिसके चलते यहां के ग्रामीण इलाके अपेक्षाकृत पिछड़े हुए हैं. उनके मुद्दों पर भी कोई पार्टी ज्यादा ध्यान नहीं देती. 72 प्रतिशत साक्षरता के साथ ऊना देश की औसत साक्षरता से ज्यादा पढ़ा लिखा क्षेत्र है.

बीजेपी ने जहां 2012 में 26835 वोट पाकर जीत की हैट्रिक लगाने वाले सतपाल सिंह सत्ती पर दांव लगाया है. कांग्रेस ने भी उनके हमनाम सतपाल सिंह रायजादा को टिकट दिया है.