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हिमाचल चुनाव: कसुम्पटी में कांग्रेस से पहले भीतरघात से निपटना होगा बीजेपी को

2012 में कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह ने यहां से बीजेपी के प्रेम सिंह को लगभग 10000 मतों से पराजित किया था

FP Staff

कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र 1972 से 2007 तक सुरक्षित क्षेत्र था. परिसीमन के बाद 2012 में यह विधानसभा सामान्य सीट में बदल गई. 2012 में कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह ने यहां से बीजेपी के प्रेम सिंह को लगभग 10000 मतों से पराजित किया था. उन्हें 16929 वोट मिले थे और बीजेपी के प्रेम सिंह को 7043 वोट मिले थे. कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र से लगातार दो बार से अधिक किसी विधायक को जीत नहीं मिली है.

यहां अधिकतर बार चुनाव नतीजे एकतरफा ही रहे हैं. जब तक यह सीट सुरक्षित तब भी इस सीट पर किसी पार्टी का वर्चस्व नहीं रहा है. ऐसे में इस बार कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह पर सीट बचाने का दबाव जरूर रहेगा.


भाभी से नाराज हैं देवर

कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह के सामने बीजेपी की विजय ज्योति सेन को टिकट दिया है. विजय ज्योति सेन हाल ही में बीजेपी में शामिल हुई थीं. ऐसे उनको टिकट मिलने से स्थानीय बीजेपी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी की खबरें भी आ रही हैं. विजय ज्योति सेन का स्थानीय जुंगा रियासत से संबंध है. विजय ज्योति सेन का विरोध जुंगा रियासत के पृथ्वी सेन ही कर रहे है. वे ज्योति सेन के देवर लगते हैं. पृथ्वी सेन 3 साल पहले बीजेपी में शामिल हुए थे और टिकट के प्रमुख दावेदार थे. टिकट नहीं मिलने से पृथ्वी सेन नाराज चल रहे हैं. इस स्थिति में कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह की राह आसान हो सकती है.

भले ही यह सीट अब सुरक्षित नहीं रही लेकिन इस क्षेत्र में दलित वोटरों की संख्या निर्णायक भूमिका है. दोनों पार्टियों की निगाह यहां के दलित वोटरों पर भी लगी है.