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हिमाचल चुनाव 2017: इंदौरा सीट- कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए है चुनौती

पिछले विधानसभा चुनावों में इंदौरा सीट पर निर्दलीय मनोहर लाल धीमान ने बाजी मार ली थी, इस बार यह सीट बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए चुनौती है

FP Staff

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए पूरा प्रयास कर रही हैं. इसी कड़ी में आज बात करते हैं कांगड़ा की इंदौरा सीट की. यह सीट दोनों ही पार्टियों की तरफ कोई इशारा नहीं करती है, क्योंकि पिछले विधानसभा चुनावों में दोनों ही पार्टियों को निराशा हाथ लगी थी.

बीजेपी ने इस सीट के लिए रीता धीमान के नाम पर मुहर लगाई है, जबकि कांग्रेस ने इस सीट पर कमल किशोर को टिकट दिया है. दोनों ही उम्मीदवार इस सीट पर पूरा जोर लगा रहे हैं. ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि इस सीट पर कुछ भी हो सकता है मतलब कुछ भी. ऐसा हम पिछले चुनावों के नतीजों को देखकर कह रहे हैं.


पिछले विधानसभा चुनावों (2012) में इस सीट पर निर्दलीय मनोहर लाल धीमान ने जीत हासिल की थी. दूसरा स्थान कांग्रेस उम्मीदवार को मिला था जबकि तीसरे स्थान पर बीजेपी उम्मीदवार रही थीं. मनोहर लाल को 2012 में कुल 21,424 वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस उम्मीदवार कमल किशोर को 14,055 वोट हासिल हुए थे.

इस बार भी कांग्रेस और बीजेपी ने अपने हारे हुए उम्मीदवारों को टिकट दिया है. कांग्रेस ने कमल किशोर को टिकट दिया है. पिछले चुनाव में वह विफल साबित हुए थे. इस बार पार्टी ने उनपर फिर से विश्वास जताया है. वहीं बीजेपी ने भी अपनी पुरानी उम्मीदवार रीता देवी को ही टिकट दिया है. हालांकि पिछले चुनाव में रीता तीसरे स्थान पर रही थीं, लेकिन इन चुनावों में रीता को पीएम मोदी की लोकप्रियता का फायदा मिल सकता है.

हिमाचल में 9 नवंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी. वहीं वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी. बीजेपी और कांग्रेस ने अपने सीएम उम्मीदवारों के नाम की भी घोषणा कर दी है. बीजेपी ने प्रेम कुमार धूमल के नाम पर मुहर लगाई है. वहीं कांग्रेस की तरफ से वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं.