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हिमाचल चुनाव: चंबा में निर्दलीय से बीजेपी और कांग्रेस की टक्कर

कांग्रेस के बागी नेती को वोट देकर कहीं बीजेपी ने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी तो नहीं मार ली

FP Staff

हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को चुनाव होने वाले हैं. इसके नतीजे 18 दिसंबर को आने वाले हैं. चंबा का सीट नंबर 3 है. 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बीके चौहान ने जीत हासिल की थी. इस बार बीजेपी ने पवन नय्यर को टिकट दिया है.

इससे पहले 2007 और 2012 में यह सीट बीजेपी की झोली में जा चुकी है. तब बीजेपी ने इस सीट से बाल कृष्ण चौहान (बी के चौहान) को टिकट दिया था. 2012 में इस क्षेत्र में 68,283 मतदाता थे. कांग्रेस ने यहां से नीरज नय्यर को खड़ा किया है. चंबा से मैदान में कुल पांच उम्मीदवार हैं. इनमें से दो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.


कांग्रेस उम्मीदवार नीरज नय्यर पूर्व मंत्री स्वर्गीय सागर चंद नय्यर के बेटे हैं. ये अपने पिता के नाम पर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं. इस बार देखें तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों को निर्दलीय उम्मीदवार बीके चौहान से टक्कर मिलने वाली है.

जी हां! ये वही चौहान है जो 2012 और 2007 में बीजेपी को इस सीट पर जीत दिला चुके हैं. लेकिन पार्टी ने इस बार चौहान को टिकट देने से मना कर दिया. जिसके बाद चौहान यहां निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. चौहान रिटायर्ड आईएएस हैं. यहां के ग्रामीण इलाकों में चौहान की अच्छी पकड़ है.

बीजेपी ने यहां से बागी नेता पवन नय्यर को उतारा है. पवन हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. इसके पहले 2012 और 2007 में पवन नय्यर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे. उनके सामने बीजेपी के बीके चौहान थे. लेकिन इस बार पवन ने बीजेपी का दामन थाम लिया और चौहान की छुट्टी हो गई.  बीजेपी के एक और नेता डॉक्टर डी के सोनी को भी पार्टी से टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं. वहीं बहुजन समाज पार्टी ने पारस राम भारद्वाज को टिकट दिया है.