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हिमाचल चुनाव: बारिश का जिम्मेवार भी मुझे मानता है विपक्ष- मोदी

8 नवंंबर से विपक्ष महीने भर नोटबंदी का विरोध करता रहे, लेकिन मोदी ईमानदारी का यज्ञ चलाता रहेगा

FP Staff

हिमाचल प्रदेश के ऊना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार किया. अपने 49 मिनट के भाषण में मोदी कांग्रेस पर लगातार हमलावर रहे.

उन्होंने कहा कि, 'कुछ लोगों को लगता है कि मोदी इतना काम करता है, लेकिन उस पर कोई आरोप नहीं है. तो वो बारिश नहीं आई, बस देरी से आई, डॉक्टर नहीं आया... इन सब के लिए भी मोदी को ही जिम्मेवार ठहराते हैं.'


प्रधानमंत्री ने अपने अंदाज में पूछा, 'इतना गुस्सा क्यों कर रहे हैं ये लोग? इतने नाराज क्यों हैं? विपक्ष के पास मोदी का पुतला जलाने के सिवाय कुछ नहीं बचा है. 8 नवंबर से महीने भर जलाते रहना, लेकिन मोदी ईमानदारी का यज्ञ चलाता रहेगा.'

आपको बता दें कि कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष 8 नवंबर को देश में नोटबंदी के साल भर पूरा होने पर विरोध करने जा रही है.

विपक्ष मनाता रहे ब्लैक मनी डे, सरकार डरनेवाली नहीं है 

मोदी ने कहा कि 'वो ब्लैक मनी डे मनाने जा रहे हैं. यह देश एंटी ब्लैक मनी डे मनाकर रहेगा. वो दवाब पैदा करना चाहते हैं कि मोदी और कठोर कदम नहीं उठाए, लेकिन वो अब बचने वाले नहीं हैं.'

बेनामी संपत्ति कानून का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 30 साल पहले संसद में इसके खिलाफ कानून पारित कर दिया गया. संदद में चर्चा कर क्रेडिट तो ले ली, लागू करने के नाम पर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. क्योंकि उनको डर लगा कि वो ही न पकड़े जाएं.

मोदी के मुताबिक 'बीजेपी की सरकार केंद्र में आई तो मैंने कहा, क्या हुआ भाई, उस कानून को जरा और टाइट करो. अब बड़े नेता और अफसरों को परेशानी हो रही है. मोदी का कैमरा घूम रहा है, सारी चीजें पकड़ में आ रही है. ऐसे लोगों ने अभी से चिल्लाना शुरू कर दिया है.'

जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में होगा समस्याओं का निदान 

जीएसटी पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के व्यापारियों ने कभी जीएसटी का विरोध नहीं किया. किसी भी कोने में परेशानी होगी, सरकार उस पर चर्चा करेगी. पिछली बार जीएसटी काउंसिल की बैठक में व्यापारियों के सभी समस्याओं का निराकरण कर दिया गया, फिर भी कुछ रह गए हैं. आने वाले 9 और 10 नवंबर को जीएसटी काउंसिल की मीटिंग होनेवाली है. उसमें बचे हुए काम को पूरा कर दिया जाएगा.

मोदी ने कहा उसके बाद भी अगर जीएसटी आधारित समस्या रह जाएगी तो फिर उसे ठीक किया जाएगा. क्योंकि एक नई व्यवस्था बना रहे हैं. सरकार विशाल मन से ऐसा करने का प्रयास कर रही है.