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हिमाचल चुनाव: दोनों दल जीत के लिए आश्वस्त, परिणाम के इंतज़ार में बीजेपी-कांग्रेस

18 दिसंबर को चुनाव परिणामों तक संभावना है पहाड़ों पर और बर्फ गिर जाएगी और भरी ठंड में अगर कुछ गर्माहट महसूस होगी तो वो केवल चुनाव-परिणामों के कारण ही हो पाएगी

Matul Saxena

हिमाचल के राजनैतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि दोनों ही प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी जीत को लेकर सामानांतर दावे ठोंक रहे हैं. इन दावों के मद्देनजर हिमाचल के 37 लाख 21 हज़ार 367 मतदाता कई बार खुद भी यह सोचने को विवश हो उठते हैं उन्होंने किस पार्टी के प्रत्याशी को वोट डाला है.

बीजेपी अगर मिशन 50+की बात कर रही है तो कांग्रेस मिशन रिपीट की बात दावे से कर रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती 50 से ऊपर सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं. दावों की सत्यता तो परिणामों के दिन ही पता चल सकती है लेकिन प्रदेश के विभिन्न ज़िलों का जो आकलन विगत 19 नवंबर को हमीरपुर में आयोजित राज्य बीजेपी की बैठक में विभिन्न ज़िलों से आए नेताओं ने दिया है वह ज़मीनी हक़ीकत से कोसों दूर लगता है.


फुरसत के पल बिता रहे नेता-कार्यकर्ता

गुजरात चुनावों के दृष्टिगत हिमाचल के मतदान और चुनाव-परिणामों के मध्य 40 दिनों की अवधि ने दोनों पार्टियों को चुनावी आकलन का अवसर तो प्रदान किया ही है, साथ में इन प्रमुख दलों के प्रत्याशियों को फुरसत के क्षण अपने परिवार के साथ बिताने का भी मौका प्रदान किया है. दोनों ही पार्टी के विश्वस्त कार्यकर्ता और नेता गुजरात चुनावों में अपनी ड्यूटी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. जिसको अंतिम रूप एक-दो दिन में दे दिया जाएगा.

कांग्रेस के कद्दावर नेता केंद्रीय नेताओं से तालमेल बढ़ाने के लिए दिल्ली में हैं. दिल्ली के दोनों सरकारी गेस्ट हाउस नेताओं से भरे पड़े हैं. जबकि बीजेपी के आला नेता प्रदेश में ही हैं और सुरक्षा की दृष्टि से (यदि पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हुआ) प्लान ‘बी’ पर कार्य कर रहे हैं जिसके तहत यदि किसी कारणवश बहुमत में कोई आंकड़ा कम रह जाए तो जीते हुए निर्दलीयों को साथ जोड़ा जा सके. कांग्रेस पार्टी ,वोटरों की तरह बिल्कुल खामोश है.

प्रदेश में शीत का प्रकोप बढ़ रहा है. 18 दिसंबर को चुनाव परिणामों तक संभावना है पहाड़ों पर और बर्फ गिर जाएगी और भरी ठंड में अगर कुछ गर्माहट महसूस होगी तो वो केवल चुनाव-परिणामों के कारण ही हो पाएगी.

( लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं )