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हरियाणा में 120 दलितों ने अपनाया बौद्ध धर्म, खट्टर बोले- कोई जानकारी नहीं

खापड़ ने कहा , ‘सात मार्च को हमने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के साथ एक बैठक की थी. तब उन्होंने कहा था कि 15 दिनों में हमारी मांगें मान ली जाएंगी

FP Staff

हरियाणा के जींद जिले में एससी/एसटी ऐक्ट को ज्यादा कठोर बनाने सहित अपनी कई मांगें पूरी ना होने पर करीब 120 दलितों ने अपना धर्म बदलकर कर बौद्ध धर्म अपना लिया. दलित नेता दिनेश खापड़ ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि दलित इस साल जींद में हुई एक दलित लड़की के सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले की सीबीआई जांच और एससी/एसटी ऐक्ट को ज्यादा कठोर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा एक अध्यादेश लाने की मांग को लेकर करीब चार महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.


खापड़ ने कहा , ‘सात मार्च को हमने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के साथ एक बैठक की थी. तब उन्होंने कहा था कि 15 दिनों में हमारी मांगें मान ली जाएंगी.’

उन्होंने कहा कि इसके बाजवूद मांगें पूरी नहीं हुईं और 31 मई को जींद जिले के 120 दलितों ने दिल्ली में बौद्ध धर्म अपना लिया.

खट्टर का दावा- नहीं हुआ धर्म परिवर्तन

इस मामले में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक बयान में कहा कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया कि एक आदमी इस मामले को लेकर प्रचार कर रहा था मगर अभी तक हरियाणा में किसी ने धर्म परिवर्तन नहीं किया है.

नौकरी की मांग भी कर रहे थे प्रदर्शनकारी

विरोध प्रदर्शनकारी जम्मू - कश्मीर में शहीद हुए दो सुरक्षाकर्मियों के परिजनों के लिए नौकरी की भी मांग कर रहे थे. वे जींद में मारे गए एक व्यक्ति के परिजन के लिए भी सरकारी नौकरी की मांग कर रहे थे.

खापड़ ने कहा , ‘20 मई को हमने एक और हफ्ते का समय दिया और धमकी दी कि मांगें पूरी ना होने पर हम धर्म परिवर्तन कर लेंगे. मुख्यमंत्री ने 26-27 मई को जींद का दौरा किया लेकिन हमसे नहीं मिले. इसके बाद हमने दिल्ली की पदयात्रा शुरू की जहां हमने 31 मई को धर्म परिवर्तन कर लिया’

उन्होंने कहा , ‘इस सरकार ने अपना दलित विरोधी रवैया दिखा दिया और हमारे पास कोई और विकल्प नहीं बचा था.’

दलित नेता ने कहा कि सरकार अगर अब भी उनकी मांगें नहीं मानती तो 'हजारों अन्य (दलित) अगस्त में बौद्ध धर्म अपना लेंगे’

(भाषा से इनपुट)