नोटबंदी के 50 दिन पूरा होने के बाद देश के पहले चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत हुई है. हरियाणा के सबसे पुराने फरीदाबाद नगर निगम की 40 में से 30 सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज कर कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है. 10 पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं, जिसमें से एक समाजवादी पार्टी समर्थित है.
इस चुनाव में यहां 10.29 लाख मतदाताओं में से 5,76,489 मतदाताओं ने वोट डाले. चुनाव के शुरुआत से ही यहां भाजपा के सामने कोई मजबूत विरोधी दल नहीं था. नोटबंदी की वजह से लोगों को हुई परेशानी के बाद भी इस चुनाव को कांग्रेस भुना नहीं सकी. इसमें कांग्रेस बीजेपी को नोटबंदी पर घेरने की जगह उससे पहले ही हार मान चुकी थी.
पहले तो उसने अपने सिंबल पर प्रत्याशी नहीं उतारे और फिर समर्थकों के लिए किसी नेता ने प्रचार भी नहीं किया. जबकि बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी थी. हरियाणा के छह मंत्री इस चुनाव में प्रचार करने आए. दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल इस चुनाव का प्रचार करने पहुंचे. भाजपा ने इस चुनाव में नारा दिया था कि पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करना है.
इस छोटे चुनाव में बड़ी जीत से हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर और फरीदाबाद के सांसद व केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का नंबर भाजपा में बढ़ गया है. नोटबंदी के बाद चुनाव को लेकर भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी. जब नरेंद्र मोदी हरियाणा में भाजपा के प्रभारी थे तो वह यहां लंबे समय तक रहे. इसी लगाव की वजह से वह पीएम बनने के बाद यहां कई बार आ चुके हैं. इस शहर का जनमत उनके पक्ष में आया है.
साभार: प्रदेश 18