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बाबर भक्त, गब्बर सिंह टैक्स, हार्दिक की सीडी: पहले चरण से पहले इन जुमलों की रही सरगर्मी

नेताओं ने दूसरों पर आरोप लगाने के चक्कर में कई बार सभी मर्यादाएं लांघ डालीं

FP Staff

गुजरात चुनाव के पहले दौर का प्रचार अभियान गुरुवार को समाप्त हो जाएगा. लेकिन देश में हो रहे हर चुनाव की तरह यहां भी राजनीतिक दलों ने एक दूसरे पर खूब कीचड़ उछाले. इस प्रक्रिया में कई बार उन्होंने मर्यादाएं भी लांघ डालीं. जरा गौर करते हैं ऐसे ही कुछ मौकों पर जब नेता और पार्टी दूसरे पर तोहमत लगाने की फेर में बेलगाम हुए.

बाबर-भक्त और खिलजी के रिश्तेदार


सबसे ताजा मामला जो चल रहा है वो है बीजेपी नेता द्वारा राहुल गांधी पर अजीबोगरीब बयान देने का. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि राहुल गांधी ने ओवैसियों और जिलानियों (असदुद्दीन ओवैसी और जफरयाब जिलानी) के साथ मिल कर राम मंदिर निर्माण का विरोध किया है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि वो ‘बाबर-भक्त और ‘खिलजी का रिश्तेदार’ हैं.

बाबर और खिलजी की शख्सियत अच्छी है या बुरी इस पर इतिहासकारों की राय बंटी हुई है हालांकि बीजेपी उन्हें खलनायक मानती आई है.

जीएसटी = गब्बर सिंह टैक्स

राहुल गांधी ने भी अपने बयान से लोगों का ध्यान अपनी ओर करने की कोशिश की. ऐसा तब हुआ जब उन्होंने जीएसटी का पूरा नाम ‘गब्बर सिंह टैक्स’ बता दिया. पीएम मोदी ने इसे ‘गुड एंड सिंपल टैक्स’ बताया था.

हार्दिक की विवादित सीडी

चुनावी सरगर्मी में एक शख्स अपने बेडरूम में क्या करता है यह भी मुद्दा बना. हार्दिक पटेल की एक सीडी जारी हुई जिसमें वह एक महिला के साथ दिखाई देते हैं. इस सीडी को बीजेपी द्वारा ‘सेक्स सीडी’ बता कर प्रचारित किया गया जबकि ऐसा कुछ इस सीडी में नजर नहीं आया. इस तरह की सीडी के कुल तीन सेट जारी हुए हैं. तीसरा सेट पहले चरण के चुनाव प्रचार खत्म होने के दिन यानी  गुरुवार को ही जारी हुआ.

कांग्रेस में औरंगजेब राज

इसके अलावा पीएम मोदी ने राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुना जाना तय होने को 'औरंगजेब राज' बता दिया. ऐसा कहते हुए उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ और बड़बोले नेता मणिशंकर अय्यर के बयान का इस्तेमाल किया.

बीजेपी असली हिंदुत्ववादी

वित्त मंत्री अरुण जेटली भी क्यों पीछे रहते. राहुल गांधी के मंदिर भ्रमणों के बारे में उन्होंने कह दिया कि असली हिंदुत्ववादी पार्टी बीजेपी है और कांग्रेस महज बहुरूपिया है.

चायवाला विवाद

इससे पहले कांग्रेस के यूथ विंग की ऑनलाइन मैगज़ीन को लेकर भी विवाद हुआ था जिसमें पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी.