उत्तर प्रदेश का सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार 25 मार्च को गोरखपुर पहुंचेंगे. सीएम 26 मार्च को योगीराज बाबा गंभीरनाथ की पुण्यतिथि शताब्दी वर्ष समारोह के समापन के कार्यक्रम में शामिल होकर पीठाधीश्वर की भूमिका का निर्वहन करेंगे.
वहीं गोरखपुर के एसएसपी रामलाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर आगमन पर उनकी सुरक्षा में तैनाती के लिए अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया है. एसएसपी की माने तो गोरक्ष पीठाधीश्वर होने की वजह से योगी आदित्यनाथ को ‘Y श्रेणी’ की सुरक्षा पहले से मिली हुई है. साथ ही गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम है.
लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी निजी सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव के बाद गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सीएम की फ्लीट के लिए 16 गाड़ियां भी तैयार हैं, जिनकी जांच हो चुकी है. माना जा रहा है कि एअरपोर्ट से सीएम सड़क मार्ग से गोरखनाथ मंदिर पहुंचेंगे.
मंदिर प्रबंधक द्वारका तिवारी का कहना है कि उन लोगों की तरफ से मंहत आदित्यनाथ जी को भी वही प्रोटोकाल दिया जायेगा जो अभी तक राष्ट्रपति प्रधानमंत्रि या अन्य मुख्यमंत्री के मंदिर आने पर मिलता था, अभी तक योगी का काफिला उत्तरी गेट से प्रवेश करते हुए मठ के सामने पोर्टिकों में रुकता था पर इस बार सीएम बनने के बाद वो मंदिर के मेन गेट से अंदर आयेंगे.
यहां पर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के लोगों द्वारा उनका स्वागत किया जायेगा, उसके बाद वो गुरु गोरक्षनाथ के दर्शन करेंगे, इसके बाद वो गोशाला जायेंगे और वहां से लौटकर अपने मठ में आयेंगे और यहां पर वो मंदिर से जुड़ी सस्थाओं के कामकाज को निपटायेंगे, अगले दिन यानि 26 मार्च को मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. वहीं सीएम योगी के हजारों समर्थक उनके स्वागत की तैयारी में नजरें बिछाए हुए है.