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गुजरात में मनमोहन: नोटबंदी को बताया देश के इतिहास की सबसे बड़ी लूट

8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पूरे हो रहे हैं. इस मौके पर उन्होंने मोदी सरकार को फिर निशाने पर लिया

FP Staff

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह गुजरात दौरे पर हैं. वहां पहुंचते ही उन्होंने नोटबंदी को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने एक बार फिर इसे देश के इतिहास की सबसे बड़ी लूट बताया है.

8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पूरे हो रहे हैं. इससे एक दिन पहले मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी से जनता को तकलीफ तो बहुत हुई पर काले धन पर कोई लगाम नहीं लगी.


8 नवंबर को बताया काल दिन

मनमोहन के मुताबिक 8 नवंबर देश की अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र के इतिहास में काला दिन था और कल (बुधवार को) इसके एक साल पूरे हो रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कैशलेस व्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए नोटबंदी जैसे कदम बेकार हैं.

उन्होंने संसद में दिए अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि यह एक ‘संगठित और कानूनी’ लूट थी. इसके साथ ही उन्होंने जीएसटी को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद जीएसटी को गलत ढंग से लागू करने से अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई. इसने खासतौर से छोटे व्यापारियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया.

पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय नौकरियों की कीमत पर हमें चीन से आयात करना पड़ रहा है. 'टैक्स आतंकवाद' के कारण भारतीय व्यापारियों को निवेश करने से हतोत्साहित किया गया है.

आयत बढ़ने को लेकर किया हमला

उन्होंने कहा, ‘2016-17 के पहले हाफ में चीन से हमारा आयात 1.96 लाख करोड़ का था. 2017-18 में यह बढ़कर 2.41 लाख करोड़ पहुंच गया. आयात में इस तरह का उछाल (करीब 23 प्रतिशत) मुख्य रूप से नोटबंदी और जीएसटी के कारण आया.’

मनमोहन ने बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि यह बेकार कदम है और क्या पीएम नरेंद्र मोदी ने मौजूदा रेलवे नेटवर्क को अपग्रेड करने पर ध्यान दिया?

साथ ही उन्होंने पूछा कि बुलेट ट्रेन पर सवाल उठाने से क्या कोई विकास विरोधी हो जाता है? क्या जीएसटी और नोटबंदी पर सवाल उठाने से कोई टैक्स चोर हो जाता है? उन्होंने इस तरह की भाषा को देश के लोकतंत्र के लिए नुकसानदेह बताया.