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जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे पूर्व बीजेपी सांसद नाना पटोले

पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में दलितों से जुड़े विवाद को लेकर उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने में देरी की और वह जल्द ही औपचारिक तौर पर पार्टी में शामिल होंगे.

FP Staff

भारतीय जनता पार्टी के प्रति निराशा जताकर पार्टी छोड़ चुके महाराष्ट्र के पूर्व बीजेपी सांसद नाना पटोले जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं. उन्होंने गुरुवार को कहा कि वह जल्द ही औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होंगे.

पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस या एनसीपी के दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल के भंडारा-गोंदिया सीट से उपचुनाव लड़ने का फैसला करने पर ही वह उपचुनाव में खड़े होंगे. पिछले साल दिसंबर में पटोले ने इस सीट से इस्तीफा दे दिया था.


साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पटोले ने भंडारा गोंदिया सीट पर पटेल को पराजित किया था. पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में दलितों से जुड़े विवाद को लेकर उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने में देरी की और वह जल्द ही औपचारिक तौर पर पार्टी में शामिल होंगे.

जब उनसे पूछा गया कि उन्हें क्यों लगता है कि फडणवीस विधायक होकर उपचुनाव लडे़ेंगे? तो उन्होंने बोला कि उन्होंने सुना है कि फडणवीस को दिल्ली से बुलावा आ सकता है. हो सकता है कि उनसे केंद्र सरकार में शामिल किया जाए और इसके लिए उन्हें राज्यसभा या लोकसभा में सांसद बनना होगा. और चूंकि भंडारा-गोंडिया की सीट खाली है, तो फडणवीस वहीं से अप्रैल या मई में होने वाले उपचुनाव में खड़े हो सकते हैं.

उन्होंने ये भी कहा कि प्रफुल्ल पटेल भी बीजेपी ज्वॉइन कर सकते हैं और वो भी इस सीट के उम्मीदवार हो सकते हैं. इन्ही दोनों सूरतों में वो इस सीट से लड़ेंगे.

पटोले ने बताया कि उन्होंने बुधवार को कांग्रेस नेताओं अशोक चव्हाण, राधाकृष्णा विखे पाटिल, मोहन प्रकाश और संजय निरुपम के साथ राहुल गांधी के साथ एक मीटिंग में हिस्सा लिया.

इस मीटिंग में महाराष्ट्र के मौजूदा हालात और समाधान में कांग्रेस की भूमिका पर चर्चा की गई. पटोले ने ये भी बताया कि उन्होंने भीमा-कोरेगांव हिंसा की वजह से 12 जनवरी से शुरू हो रही अपनी 'पश्चाताप पदयात्रा' को भी रद्द कर दिया है.

बता दें कि नाना पटोले ने 8 दिसंबर, 2017 को बीजेपी सांसद पद से इस्तीफा देने के साथ-साथ पार्टी छोड़ने का भी ऐलान किया था. इसके बाद उन्होंने पार्टी के प्रति निराशा जताई थी. इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि पीएम किसी की नहीं सुनते हैं. उन्हें सवाल पूछा जाना पसंद नहीं है. वो किसानों की समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे.  पटोले ने कहा था कि जब वो और कुछ अन्य सांसद पीएम से मिलने गए थे तो उन्होंने उनके साथ बुरा व्यवहार किया था.