चुनाव आयोग पर ‘हैकाथन से दूर भागने’ का आरोप लगाने वाली आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग की खुली चुनौती में शामिल होने की उम्मीद कम है.
पिछले दिनों ईवीएम की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवालों के बाद चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से यह दिखाने को कहा गया है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ की जा सकती है.
चुनाव आयोग को लिखे खत में आप ने कहा कि उसने हैकाथन का वादा किया था लेकिन ‘नियम और कायदे’ के साथ.
इसमें कहा गया, ‘हैकरों को किसी भी तंत्र की सुरक्षा को परखने के लिए आमंत्रित किया जाता है जो किसी भी उपलब्ध उपकरण का इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसी नैतिक हैकिंग गड़बड़ियों को समझने में मदद मिलती है, जिससे भविष्य में उन्हें दूर किया जा सके.’
मदरबोर्ड से छेड़छाड़ की इजाजत चाहती है आप
उसने आश्चर्य जताया कि चुनाव आयोग क्यों देश की चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित बनाने के लिये एक खुला हैकाथन के लिए तैयार नहीं है.
चुनाव आयोग द्वारा चुनौती में आप की ईवीएम के मदरबोर्ड से ‘छेड़छाड़’ की इजाजत की मांग को खारिज किए जाने के बाद पार्टी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी को यह खत लिखा है.
उसने पूछा, ‘चुनाव आयोग बिना किसी रोक टोक के हैकाथन कराने से दूर क्यों भाग रहा है.’
इसके बाद आप के 3 जून को ईवीएम चुनौती में हिस्सा लेने की उम्मीद कम है जिसके लिये पंजीकरण कराने की सीमा शुक्रवार को खत्म हो रही है.