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ईडी ने चिदंबरम के बेटे कार्ति से 11 घंटे तक की पूछताछ

कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने कर संबंधी जांच से बचने के लिए पीटर तथा इंद्राणी मुखर्जी के स्वामित्व वाली एक मीडिया कंपनी से कथित तौर पर धन लिया था

Bhasha

पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए. प्रवर्तन निदेशालय में उनसे करीब 11 घंटे तक पूछताछ की गई.

ईडी ने कार्ति को इस मामले के जांच अधिकारी (आईओ) के समक्ष आज पेश होने का समन भेजा था. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कार्ति से इस मामले में उनकी भूमिका को लेकर कई सवाल किए गए. धनशोधन विरोधी कानून के तहत उनका बयान रिकॉर्ड किया गया. वह सुबह करीब 11:30 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे और रात 10:30 बजे के बाद कार्यालय से बाहर निकले.


पूछताछ के बाद कार्ति ने कहा, ‘जो मैं अदालत में दायर याचिकाओं में कहता आया हूं वही बात आज कही है. ऐसे सवाल थे जो टाइप किए हुए थे ऐसे में समय लग गया.’

दरअसल इससे पहले के दो मौकों पर उनके अधिकृत प्रतिनिधि ने आईओ से मुलाकात की थी. इसके बाद केन्द्रीय जांच एजेंसी ने उनसे खुद पेश होने को कहा था. जांच एजेंसी ने पिछले वर्ष मई में उनके और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था.

एजेंसी ने सीबीआई की शिकायत के नामजद आरोपियों के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज की. धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के अनुसार, ईसीआईआर दर्ज की गई थी. प्रवर्तन निदेशालय की ईसीआईआर पुलिस की प्राथमिकी के समकक्ष होती है. ईडी की ईसीआईआर में कार्ति, आईएनएक्स मीडिया और इसके निदेशक पीटर और इंद्राणी मुखर्जी शामिल है. सीबीआई की शिकायत में भी इन आरोपियों के नाम हैं.

इससे पहले सीबीआई ने जांच के सिलसिले में चार शहरों में कार्ति के घरों तथा कार्यालयों में तलाशी ली थी. कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने कर संबंधी जांच से बचने के लिए पीटर तथा इंद्राणी मुखर्जी के स्वामित्व वाली एक मीडिया कंपनी से कथित तौर पर धन लिया था. हालांकि कार्ति और उनके पिता ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से इंकार किया है।