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कैराना उपचुनाव में 73 बूथों पर फिर से होगी वोटिंग

चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान बुधवार यानी 30 मई को ही कराए जाएंगे, उपचुनाव के नतीजे 31 मई को घोषित होने वाले हैं

FP Staff

उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीटों पर सोमवार को मतदान के दौरान तक़रीबन 200 से ज्यादा वीवीपैट मशीनों में खराबी आई थी. इस मामले में चुनाव आयोग ने कैराना की 73 बूथों पर दोबारा मतदान करवाने का फैसला किया है. चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान बुधवार यानी 30 मई को ही कराए जाएंगे. उपचुनाव के नतीजे 31 मई को घोषित होने वाले हैं.

सभी दलों ने की फिर से मतदान कराने की मांग


सभी दलों द्वारा फिर से मतदान की मांग के बाद राज्य चुनाव आयोग ने शामली जिले के डीएम से आख्या तलब की थी. शामली के जिलाधिकारी ने राज्य निर्वाचन आयोग को उन बूथों पर फिर से मतदान कराए जाने की अनुशंसा की है, जिन बूथों पर वीवीपैट में खराबी की वजह से 2 घंटे से अधिक मतदान बाधित रहा. राज्य निर्वाचन आयोग ने इस संस्तुति को केंद्रीय चुनाव आयोग को भेज दिया था. जिस पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने फैसला लेते हुए 73 बूथों पर बुधवार को पुनर्मतदान कराने का आदेश दे दिया.

सहारनपुर के डीएम पीके पांडेय ने आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव आयोग से सहारनपुर-कैराना उपचुनाव में पुन: मतदान कराने का आदेश मिल गया है. इस रि-पोल में सहारनपुर के 68 बूथों पर बुधवार को फिर से मतदान होगा. इसमें नकुड़ विधानसभा के 23 बूथ और गंगोह विधानसभा के 45 बूथ शामिल हैं.

विपक्षा दलों ने बीजेपी पर लगाया आरोप

गौरतलब है कि कैराना और नूरपुर में मतदान के शुरू होते ही एक के बाद एक कई ईवीएम में खराबी की वजह से मतदान सुचारू रूप से नहीं हो पाने की शिकायतें मिलने लगीं. इसके बाद समाजवादी पार्टी और आरएलडी ने बीजेपी पर लोगों के मताधिकार का प्रयोग नहीं करने देने का आरोप लगाते हुए इसे बड़ी साजिश करार दिया. हालांकि केंद्रीय चुनाव आयोग का कहना है कि ईवीएम में गड़बड़ी नहीं थी. वीवीपैट में खराबी की शिकायत मिली है.

इतना ही नहीं, विपक्ष के एक प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ और दिल्ली स्थित निर्वाचन आयोग में शिकायती पत्र सौंपते हुए पुनर्मतदान और मतदान की अवधि बढ़ाने की अपील की. हालांकि इसके बाद बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल भी ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर चुनाव आयोग पहुंच गया और बीजेपी ने भी पुनर्मतदान की मांग की थी.

तपती गर्मी को बताया मशीन खराब होने का कारण

इससे पहले, दोनों ही सीटों पर सोमवार को रात 11.30 बजे तक मतदान हुआ. कैराना में 54 प्रतिशत तो नूरपुर में 61.5 फ़ीसदी मतदान हुआ. दरअसल, तपती गर्मी के बीच करीब 200 वीवीपैट मशीनों के ख़राब होने की शिकायत मिली. जिसकी वजह से हजारों मतदाता अपने मताधिकार से वंचित रह गए. इसके बाद लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सियासत गरमा गई. सभी दलों की तरफ से पुनर्मतदान की मांग की गई.

इस बीच कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों पर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने कहा था कि 384 ईवीएम और वीवीपैट कैराना और नूरपुर में बदली गई हैं. उन्होंने कहा कि जरूरत होगी तो पुनर्मतदान कराएंगे.

(साभार न्यूज़18)