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धूमल के नजदीकियों को मंत्री न बनाने से राज्य बीजेपी में रोष

बुधवार को हिमाचल प्रदेश में शपथ ग्रहण समारोह भले ही शांति से निपट गया लेकिन मंत्रिमंडल में जगह ने मिलने से कई नेताओं में नाराजगी है

FP Staff

हिमाचल प्रदेश में भले ही आज नए मंत्रिमंडल ने पीएम और पार्टी अध्यक्ष की मौजूदगी में शपथ ले ली हो लेकिन अंदरखाने सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इससे पहले बीजेपी की सरकार में बागवानी मंत्री रह चुके नरेंद्र ब्राग्टा को मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से नाराज उनके समर्थकों ने प्रेम कुमार धूमल से मुलाकात की है. नरेंद्र ब्राग्टा हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता प्रेम कुमार धूमल खेमे के नेता माने जाते हैं.

इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक नरेंद्र ब्राग्टा के समर्थकों ने धूमल को शिमला के ऊपरी इलाकों से किसी को प्रतिनिधित्व न मिलने पर नाराजगी जताई है. इन इलाकों में बीजेपी ने 1998 से ही लगातार कांग्रेस के वोटबैंक में सेंध लगाई है. नरेंद्र ब्राग्टा को धूमल दो बार कैबिनेट मंत्री बना चुके हैं.  ब्राग्टा के एक समर्थक ने बताया,' धूमल ने समर्थकों को भरोसा दिलाया कि वो उनकी बात पार्टी शीर्ष नेतृत्व तक जरूर पहुंचाएंगे.'


इन चुनावों में धूमल की हार के साथ ही ब्राग्टा के मंत्री बनने की संभावनाएं खत्म हो गई थीं. नए-नवेले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ब्राग्टा पर सुरेश भारद्वाज को तरजीह दी. सुरेश भारद्वाज राज्य में बीजेपी के ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचाने जाते हैं.

वहीं बिक्रम जरयाल के समर्थकों ने शिमला की मॉल रोड ने जयराम ठाकुर के विरोध में नारे लगाते हुए रैली निकाली. इसके अलावा दूसरे भी ऐसे नेता हैं जो मंत्रिमंडल में न चुने जाने की वजह से नाराज चल रहे हैं इनमें रमेश धवला और राकेश पठानिया के भी नाम शामिल हैं.