सुकमा के शहीदों को लेकर अब राजनीति शुरु हो गई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने नक्सली हमले के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और बीजेपी को आड़े हाथों लिया. दिग्विजय ने दोनों के नक्सलियों से सांठ-गांठ और समझौता के आरोप लगाकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है.
सिंह ने मंगलवार को कहा, 'मुख्यमंत्री रमन सिंह और बीजेपी के नेता वहां से चुनाव बड़ी आसानी से जीतते हैं, क्योंकि उनका नक्सलियों के साथ समझौता और तालमेल है. मैंने यह बात पहले भी कही है और आज फिर दोहरा रहा हूं.'
उनकी यह टिप्पणी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने नक्सलियों द्वारा सुकमा में सीआरपीएफ के जवानों पर हमले को 'नृशंस हत्या' करार दिया था. साथ ही कहा था कि केंद्र सरकार अपनी नक्सल-रोधी रणनीति की समीक्षा करेगी.
नक्सली समस्या पर सभी पक्षों से बातचीत करे सरकार
दिग्विजय सिंह ने हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को अपनी श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि, जब तक राज्य की जनजाति आबादी को विश्वास में नहीं लिया जाता, नक्सली हिंसा पर काबू नहीं पाया जा सकता।
उन्होंने नक्सली हिंसा पर काबू पाने के लिए सभी पक्षों से बातचीत करने की राय दी. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार केवल 'जुमलों' में यकीन रखती है. वह इसमें मई, 2014 से ही शामिल है. इधर देश के जवान कभी आतंकियों का शिकार बनते हैं तो कभी नक्सलियों का लेकिन मोदी सरकार का इन समस्याओं पर बिल्कुल ध्यान नहीं है.'