view all

नोटबंदी पर पीएम मोदी देंगे जवाब ?

विपक्ष की मांग है कि प्रधानमंत्री को संसद सत्र में आकर जवाब देना होगा.

Kinshuk Praval

नोटबंदी के फैसले को लेकर संसद में विपक्ष की एकता सरकार पर लगातार दबाव बढ़ा रही है. संसद में 10 राजनीतिक दल आपसी मतभेद भुलाकर एक सुर में नोटबंदी को लेकर विरोध कर रहे हैं. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही नहीं चल पा रही है और लगातार ठप हो रही है.

लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया. आज पीएम मोदी भी लोकसभा पहुंचे. विपक्ष ने पीएम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की जिसके बाद लोकसभा 12 बजे तक स्थगित कर दी गई. संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा, उपचुनाव के नतीज़ों से साफ है कि लोग मोदी जी के फैसले के साथ हैं.


इससे पहले विपक्षी दलों ने नोटबंदी के विरोध में मार्च निकाला. महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विपक्षी दलों ने ह्यूमन चेन बना कर विरोध जताया. विपक्ष की मांग है कि जब प्रधानमंत्री ने खुद ही नोटबंदी का फैसला लिया है तो संसद सत्र में आकर उन्हें ही इस पर जवाब भी देना होगा.

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद में न आने पर सवाल उठाया था. राहुल ने पूछा, 'प्रधानमंत्री संसद में क्यों नहीं आ रहे? वह क्यों संसद में नहीं आ रहे और मुद्दे पर क्यों नहीं बोल रहे?'

शनिवार को कोल्डप्ले कॉन्सर्ट में मोदी के भाषण पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि,’प्रधानमंत्री टेलीविजन पर बोल सकते हैं, पॉप कॉन्सर्ट में  बोल सकते हैं, फिर संसद में क्यों नहीं बोल सकते?’

बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी भावुक हो गए थे और उन्होंने पार्टी से नोटबंदी को सर्जिकल स्ट्राइक से न जोड़ने की अपील की थी. पीएम मोदी की भावुकता पर भी राहुल ने तंज कसा – ‘जब हम लोकसभा में बोलेंगे तो मोदी और भावुक होंगे’

संसद से बाहर आम आदमी पार्टी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता सरकार को घेरने में जुटी हुई हैं. ममता बनर्जी आज जंतर-मंतर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगी.

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने विपक्ष की मांग को दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्यसभा में नोटबंदी पर होने वाली चर्चा में हिस्सा लेना चाहिए.

वहीं, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने नोटबंदी पर संसद की कार्यवाही बाधित होने का आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाया और दावा किया कि मोदी का दोनों सदनों से बचना संसद की 'अवमानना' है.

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, ‘यदि चर्चा प्रधानमंत्री की घोषणा पर हो रही है, तो उन्हें चर्चा को सुननी चाहिए. यह प्रधानमंत्री पर निर्भर करता है कि वह एक ही दिन में दोनों सदनों में आएं. लेकिन वह ऐसा नहीं नहीं कर रहे हैं.'

इससे पहले मंगलवार को नोटबंदी के खिलाफ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर प्रदर्शन किया. जंतर मंतर से संसद की तरफ बढ़ने के दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आप के 50 से अधिक नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया.

इस बीच विरोधी एकता को शिवसेना ने झटका दिया है. तृणमूल कांग्रेस के साथ पहले विरोध मार्च में शामिल होने वाली शिवसेना ने नोटबंदी पर अपने रुख में यू टर्न ले लिया. शिवसेना का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला और नोटबंदी के कदम को एक 'साहसिक और ऐतिहासिक' कदम बताते हुए इसका समर्थन करने का भरोसा दिया.