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भूख हड़ताल पर बैठे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

सत्येंद्र जैन 11 जून से राजनिवास में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. जैन के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी राजनिवास में धरने पर बैठे हुए हैं

FP Staff

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत खराब हो गई है. सत्येंद्र जैन को लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वह 11 जून से राजनिवास में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. जैन के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी राजनिवास में धरने पर बैठे हुए हैं.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर सत्येंद्र जैन की तबीयत खराब होने की जानकारी दी है. केजरीवाल अभी भी राजनिवास में धरने पर बैठे हुए हैं. उनके साथ उपमुख्यमंत्री भी राजनिवास में मौजूद हैं.

आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी सत्येंद्र जैन की बिगड़ी तबीयत पर ट्वीट किया है. इस ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और दिल्ली के उपराज्यपाल पर भी निशाना साधा है. उन्होंने लिखा 'सत्येंद्र जैन की तबीयत खराब होने की वजह से उनको अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है, लेकिन केंद्र की सत्ता में बैठे मोदी जी और एलजी को कई संवेदना नहीं है.'

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इससे पहले फ़र्स्टपोस्ट से बातचीत में कहा था कि मेरी रिपोर्ट किसी भी डॉक्टर से चेक करवा सकते हैं. केटोन बढ़ रहा है और ब्लड शुगर लगातार कम हो रही है. 4 दिनों में 3.7 किलो वजन घट गया है.

क्या है मामला

गौरतलब है, दिल्ली में आईएएस अधिकारियों की हड़ताल के खिलाफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन राजनिवास में धरने पर बैठे हुए थे. इसमें सत्येंद्र जैन ने भूख हड़ताल की घोषणा की थी. इसी मांग को लेकर आम आदमी पार्टी ने रविवार को मंडी हाउस से संसद मार्ग तक मार्च किया था. यह मार्च पीएमओ तक था, लेकिन दिल्ली पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के कारण इसे संसद मार्ग थाने पर ही खत्म कर दिया था. इसमें पार्टी के कई बड़े नेताओं समेत भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए थे.

इस कड़ी में आईएएस अधिकारियों ने भी अपनी सफाई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें उन्होंने दिल्ली सरकार के सभी आरोपों को खारिज कर दिया था और अपनी असुरक्षा का मुद्दा उठाया था. जिसके बाद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि आईएएस अधिकारियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है. वह लोग काम पर लौटें.