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केजरीवाल सरकार: सरकारी बस ड्राइवरों को मिनिमम सैलरी भी नहीं

पिछले चार महीने से क्लस्टर बस के कर्मचारियों के न्यूनतम मजदूरी का इंतजार खत्म नहीं हुआ

FP Staff

एक तरफ दिल्ली सरकार सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी देने का ढिंढोरा पीट रही है. तो दूसरी ओर दिल्ली सरकार के ही तहत काम करने वाले कर्मचारी न्यूनतम मजदूरी के लिए हड़ताल पर हैं. दिल्ली में कंझावला डिपो के क्लस्टर बस कर्मचारी पिछले चार दिनों से हडताल पर हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि क्लस्टर की 140 बसें डिपो में खड़ी हो हो गई हैं.

हड़ताली कर्मचारी दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग के तहत क्लस्टर बसें चलाते हैं. कर्मचारी प्रहलाद सिंह के मुताबिक क्लस्टर बस कंपनी के एमडी से कई बार मांग करने के बावजूद उन्हें न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही है.


दरअसल, ये मामला इसलिए भी अहम है क्योंकि क्लस्टर बस सीधे-सीधे दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग से जुड़ी है. इन बसों में ड्राइवर और कंडक्टर की भर्ती के लिए मेडिकल, फिजिकल के कड़े मापदंड हैं, जिससे उन्हें गुजरना पड़ता है. इतना ही नहीं दिल्ली की परिवहन व्यवस्था में क्लस्टर बसों की भूमिका भी अब काफी अहम है. इसके बावजूद पिछले चार महीने से क्लस्टर बस के कर्मचारियों के न्यूनतम मजदूरी का इंतजार खत्म नहीं हुआ.

बीते कुछ दिनों से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री लगातार अलग-अलग दफ्तरों के दौरों पर हैं. जहां तहां औचक निरीक्षण कर रहे हैं. लेकिन, चार दिनों से कंझावला डिपो पर अपनी मांगों के लिए हड़ताल कर रहे कर्मचारियों तक केजरीवाल सरकार नहीं पहुंच सकी.

(न्यूज 18 से रवि सिंह की रिपोर्ट)