view all

पंजाब में टूट की तरफ बढ़ती आम आदमी पार्टी!

गुरप्रीत सिंह घुग्गी ने कहा कि पार्टी आलाकमान को वॉलंटियर्स और नेताओं से संपर्क नहीं तोड़ना चाहिए, वरना इसका परिणाम बुरा हो सकता है

FP Staff

एमसीडी चुनाव में आप की करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी में फूट पड़ती नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी की पंजाब यूनिट में भी इसका असर दिखाई दे रहा है. आप की पंजाब यूनिट में भी बगावत नजर आने लगी है.

विरोधी कर रहे हैं आप को तोड़ने की साजिश 


गुरुवार को आम आदमी के पार्टी के पंजाब के संयोजक और अभिनेता गुरप्रीत सिंह वड़ैंच उर्फ घुग्गी ने कहा कि पार्टी आलाकमान को वॉलंटियर्स और नेताओं संपर्क नहीं तोड़ना चाहिए, वरना इसका परिणाम बुरा हो सकता है.

उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां आप विधायकों को अपनी ओर मिलाना चाहती हैं और पार्टी को तोड़ना चाहती है. उन्होंने कहा ऐसे में सबको एकसाथ रहना चाहिए.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक गुरप्रीत सिंह वड़ैंच ने कहा कि ये सच है कि कुछ  विरोधी पार्टियां आप विधायकों को लालच दे रही हैं. घुग्गी ने  'जिस तरह के आप ने अपने स्थानीय वॉलंटियर्स और नेताओं से दूरी बना ली है उससे लोग पार्टी से अलग होने पर विचार करने लगे हैं.'

घुग्गी ने कहा कि ये ऐसा वक्त है जहां हमें नीतियों में सुधार करने की जरूरत है, इस वक्त हम लापरवाही नहीं बरत सकते हैं.

घुग्गी ने कहा कि वे इस मुद्दे को आप की होने वाली पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक में उठाएंगे.

आप के नेता कांग्रेस के संपर्क में?

इस बीच गुरुवार को यह अफवाह उठी कि पार्टी के कम से कम दो नेताओं के कांग्रेस के साथ संपर्क में हैं.

हालांकि जब इन नेताओं ने बात की गई तो इन्होंने इससे इनकार कर दिया. इन नेताओं ने कहा कि पार्टी का आलाकमान आत्मनिरीक्षण करेगा और पार्टी की कमियों को दूर करने के लिए बदलाव करेगा.

गुरुवार को पंजाब में ये भी चर्चा हो रही थी कि लगभग एक दर्जन आप विधायक मिलकर एक अलग पार्टी बनाने के बारे में सोच रहे हैं.

आप के एक नेता ने बताया कि दिल्ली में एमसीडी में आप की हार के बाद पार्टी का आत्मविश्वास नीचे गिर गया है, इसलिए इस तरह की चर्चाएं चल रही हैं.

शिरोमणि अकाली दल को पंजाब विधानसभा चुनावों में आप से ज्यादा वोट हासिल मिले थे लेकिन आप 20 सीटें जीतकर मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी थी.