view all

'मच्छरों' ने निकाली अरविंद केजरीवाल की अकड़

मच्छरों के डंक से परेशान अरविंद केजरीवाल अब मच्छरों के सफाई अभियान में लग गए हैं

Ravishankar Singh

दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर एक बार फिर से बैठकों का दौर शुरू हो गया है. इस बार बैठकों का दौर बीमारी के फैलने से पहले हो रहा है. पिछले एक-दो सालों में यह पहली बार हो रहा है जब दिल्ली सरकार और एमसीडी दोनो डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर गंभीर है. इससे पहले भी मीटिंग होते थे पर वह तब होते थे जब डेंगू पूरी तरह से फैल चुका होता था.

अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी की सरकार इस बार एमसीडी से अपने पुराने रार को खत्म कर तालमेल के साथ चल रही है. पिछले एक-दो सालों से एमसीडी और दिल्ली सरकार के बीच डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर आरोप-प्रत्यारोप होते थे.


लेकिन, इस साल दिखावटी ही सही पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और एमसीडी दोनों डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर सतर्क हैं. दिल्ली सरकार और एमसीडी दिल्ली की जनता को बताने की कोशिश में लगे हैं कि हमलोग इस बार डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर काफी गंभीर और सचेत हैं.

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर एक मीटिंग बुलाई थी. मीटिंग के बाद केजरीवाल ने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया से लड़ने के लिए दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे एनसीआर को मिलकर काम करना होगा.

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इस समस्या से लड़ने के लिए इस बार पहले ही एहतियाती कदम उठाने की बात कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों से कहा है कि जैसे ही कोई मामला सामने आए मरीजों को तुरंत ही पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाई जाए.

डेंगू-चिकनगुनिया के लिए अभी से तैयारी शुरू

दिल्ली के अस्पतालों को डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए अभी से ही 20 प्रतिशत बेड आरक्षित करने के फरमान जारी कर दिए गए हैं. दिल्ली सरकार के ये आदेश दिल्ली के निजी अस्पतालों के लिए भी लागू किए गए हैं. साथ ही दिल्ली के सभी अस्पतालों में फीवर क्लीनिक बनाने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.

दिल्ली के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में 24 घंटे वरिष्ठ डॉक्टरों की तैनाती के भी आदेश दिए गए हैं. निजी अस्पतालों को विशेष तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि एक भी डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज की पुष्टि होने पर तुरंत ही इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी जाए.

हम आपको बता दें कि इस साल जनवरी से लेकर अभी तक दिल्ली में चिकनगुनिया के 80 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. जबकि, डेंगू के 40 से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.

पिछले दो तीन सालों से जुलाई-अगस्त महीने में डेंगू और चिकनगुनिया के ज्यादातर मामले सामने आते रहे हैं. डेंगू और चिकनगुनिया के संभावित खतरे को देखते हुए सरकार इस बार कई स्तर पर इंतजाम करने की बात कर रही है.

दिल्ली सरकार इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भी पत्र लिख कर मदद मांगी है. सरकार के भेजे पत्र के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है.

दिल्ली सरकार ने सभी सरकारी और गैरसरकारी अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया के लिए आरक्षित किए गए बेडों का ब्योरा ऑन लाइन जारी करने को कहा है. ऑन लाइन बेडों की स्थिति जारी होने पर मरीजों को खाली बेडों की स्थिति मालूम करने में मदद मिलेगी.

दिल्ली सरकार ने एक आदेश जारी किए हैं जिसमें कहा गया है कि इस साल निजी अस्पतालों के फीस स्वास्थ्य विभाग तय करेगा. साथ ही मरीजों को नुकसान करने वाली दवाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया है.

मोहल्ला क्लीनिक में होगा विशेष प्रबंध

दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी निजी और 26 सरकारी अस्पतालों को डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों को भर्ती नहीं करने पर कार्रवाई भी कर सकती है. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने सभी 262 डिस्पेंसरियों को सुबह 9 बजे से शाम चार बजे तक खोलने पर विचार कर रहा है. इन डिस्पेंसरियों पर बुखार के मरीजों को विशेष तौर पर जांच की जाएगी.

साथ ही दिल्ली के सभी मोहल्ला क्लीनिक को डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए विशेष प्रबंध करने को कहा है. मोहल्ला क्लीनिक को भी आठ बजे से खोलने पर विचार चल रहा है. साथ ही प्लेटलेट्स की जांच के लिए अधिकतम शुल्क 50 रुपए निर्धारित किए गए हैं. इससे ज्यादा पैसे लेने पर निजी अस्पतालों पर कार्रवाई भी की जा सकती है.

दिल्ली के सभी अस्पतालों को बुखार में दी जानी वाली पैरासिटामोल और ग्लूकोज के स्टॉक और बढ़ाने का निर्देश जारी किया गया है. इसके साथ ही सरकार द्वारा मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है. खास कर लुटियन जोन के घरों में पिछले कुछ दिनों से अभियान चलाया जा रहा है जिसमें अब तक 250 से अघिक घरों में लार्वा मिला है.

एनडीएमसी के तरफ से इन घरों को नोटिस दिया गया है. जानकार मानते हैं कि मच्छरों के बहाने ही सही दिल्ली सरकार और खास कर अरविंद केजरीवाल एक बार फिर से जनता से सीधे जुड़ने की कवायद में लग गए हैं. पिछले एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी की करारी हार में मच्छरों ने बड़ा रोल अदा किया. इसलिए, मच्छरों के डंक से परेशान अरविंद केजरीवाल अब मच्छरों के सफाई अभियान में लग गए हैं.