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पीएम मोदी के मैदान में CWC की बैठक, प्रियंका की एंट्री के बाद पहली बार साथ हिस्सा लेंगे तीनों गांधी

प्रियंका गांधी के कांग्रेस में आधिकारिक रूप से शामिल होने और पूर्वी उत्तर प्रदेश के महासचिव का पद संभालने के बाद अब वो पहली बार पार्टी के वर्किंग कमेटी में हिस्सा लेने वाली हैं.

FP Staff

प्रियंका गांधी के कांग्रेस में आधिकारिक रूप से शामिल होने और पूर्वी उत्तर प्रदेश के महासचिव का पद संभालने के बाद अब वो पहली बार पार्टी के वर्किंग कमेटी में हिस्सा लेने वाली हैं. ये मीटिंग एक और वजह से खास रहेगी. ये बैठक प्रधानमंत्री मोदी के गृहराज्य गुजरात में हो रही है और इस मीटिंग में तीनों गांधी- यानी यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार साथ हिस्सा लेंगे.

इस महीने के आखिर में हो रही पार्टी की डिसीजन मेकिंग बॉडी की इस मीटिंग में मई में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए तैयारी की जाएगी. दिलचस्प है कि कांग्रेस ये मीटिंग पीएम मोदी के मैदान में करवा रही है.


प्रियंका गांधी के लिए ये डेब्यू सीडब्लूसी मीट होगा. इस कॉन्क्लेव से प्रियंका मोदी-शाह की जोड़ी से गुजरात में सीधा मुकाबला करेंगी. वैसे भी, प्रियंका के राजनीति में सक्रिय होने के बाद से उन्हें मोदी का मुकाबला करने के लिए परिप्रेक्ष्य में रखकर देखा जा रहा है. प्रियंका अपनी पिछली रैलियों में मोदी पर हमला करने में सधी रही हैं और पीछे नहीं हटी हैं.

प्रियंका गांधी को बामुश्किल दो-तीन हफ्ते ही हुए हैं पॉलिटिक्स में आए हुए. उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है लेकिन देखा जाए तो पूरे यूपी का दारोमदार उनके ऊपर ही है.

उन्होंने तीन दिन पहले लखनऊ में 12 किलोमीटर लंबा रोड शो किया था, जिसमें राहुल गांधी भी उनके साथ थे. अब वो तीन दिनों से लगातार कार्यकर्ताओं की बैठकें ले रही हैं. उनकी बैठकें रात-रात भर चल रही हैं. यूपी के कांग्रेस हेडक्वार्टर में इतनी सक्रियता कई सालों बाद देखने को मिल रही है.

वो कार्यकर्ताओं अगले चुनावों की रणनीतियों के लिए और उनके इलाकों के वोट शेयर और हिस्ट्री पर सवाल पूछ रही हैं. उनकी इस मीटिंग में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के महासचिव बनाए गए ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हो रहे हैं.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रियंका गांधी ने मंगलवार को सुबह साढ़े पांच खत्म हुई अपनी बैठक पर कहा कि वो इन नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करके काफी कुछ सीख रही हैं. उन्होंने कहा कि 'मैं चुनाव लड़ने और जीतने पर उनका दृष्टिकोण समझ रही हूं.'