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सीपीएम ने राज्यसभा सांसद रीताब्रत बनर्जी को पार्टी से निकाला

सीपीएम ने अपने राज्यसभा सदस्य रीताब्रत बनर्जी को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के मामले में निष्कासित कर दिया

Bhasha

सीपीएम ने अपने राज्यसभा सदस्य रीताब्रत बनर्जी को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के मामले में निष्कासित कर दिया. सीपीएम के पश्चिम बंगाल के सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने यह जानकारी दी.

मिश्रा ने एक बयान में कहा, ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर रीताब्रत बनर्जी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है.’ सीपीएम पोलितब्यूरो के सदस्य मिश्रा ने कहा, ‘13 सितंबर को पार्टी के राज्य सचिवालय की बैठक में यह फैसला किया गया. सीपीएम पोलितब्यूरो ने फैसले पर मुहर लगाई है.’


रीताब्रत बनर्जी ने पिछले दिनों एक क्षेत्रीय टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में पोलितब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम की अगुवाई वाले जांच आयोग की निंदा की थी. बनर्जी के खिलाफ आरोपों की पड़ताल करने के लिए पार्टी ने आयोग का गठन किया था.

उन्होंने पोलितब्यूरो के सदस्य प्रकाश करात के खिलाफ भी तीखी टिप्पणियां की थीं.

3 महीने के लिए पार्टी ने किया था निलंबित

मिश्रा ने कहा कि बनर्जी को जून महीने में पार्टी का अनुशासन तोड़ने के आरोपों के बाद तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था.

आरोपों की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया और समिति ने अगस्त में रिपोर्ट जमा की और उन्हें दोषी पाया.

इसके बाद सीपीएम की पश्चिम बंगाल कमेटी ने बनर्जी को समिति से निकाल दिया और केंद्रीय समिति से भी कार्रवाई की सिफारिश की. उन्हें खुद में सुधार लाने को भी कहा गया था.

मिश्रा ने कहा, ‘लेकिन उनमें बदलाव के कई प्रयास विफल रहे और खुद को सुधारने के बजाय वह पार्टी की छवि लगातार खराब कर रहे हैं. 11 सितंबर को एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने सार्वजनिक तौर पर पार्टी को बदनाम करने का प्रयास किया और इस आधार पर राज्य सचिवालय ने उन्हें पार्टी से निकालने का फैसला लिया.’