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केंद्र के एक मंत्री ने हमारे MLA को बंधक बनाकर रखा: आजाद

गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि हमारे एक विधायक को केंद्रीय मंत्री ने फोन कर बुलाया और बाद में पकड़ रखा

FP Staff

कर्नाटक का सियासी नाटक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पहले राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया था. इसके खिलाफ कांग्रेस और जेडीएस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए. सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी से शनिवार शाम चार बजे शक्ति परीक्षण करने को कहा है. अब कांग्रेस और जेडीएस दोनों पार्टियां अपने विधायकों को सुरक्षित करने में लगी हैं. वहीं कुछ कांग्रेस के विधायक गायब बताए जा रहे हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने विधायक आनंद सिंह को पकड़ रखा है.

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमें यह मालूम है, किस मंत्री के द्वारा उन्हें फोन किया गया, बुलाया गया और बाद में पकड़ कर रखा गया.

वहीं जेडीएस के जीटी देवगौड़ा ने कहा है कि 100 करोड़ हो या 200 करोड़ हमारे सभी विधायक साथ हैं. पार्टी का कोई भी विधायक कहीं नहीं जा रहा. आज शाम या कल सुबह हम सभी बेंगलुरु के लिए निकलेंगे.

बीएस येदियुरप्पा को राज्यपाल द्वारा शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित करने के फैसले पर सिद्धरमैया जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा के पास खुद को मिलाकर 104 विधायक हैं. उनके द्वारा गवर्नर को दी गई चिट्ठी में 7 दिन का समय मांगा गया और इसमें कोई नाम भी नहीं था. फिर भी गवर्नर ने उन्हें सरकार बनाने के लिए बुलाया. यह असंवैधानिक है. यही नहीं, गवर्नर ने उन्हें 15 दिन का समय दिया.

सिद्धरमैया ने कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यपाल ने हमारे विधायकों को तोड़ने के लिए बीजेपी को 15 दिन का समय दिया गया. उन्होंने कहा कि हम गवर्नर के पास सबसे पहले पहुंचे थे,उन्हें पक्षपात नहीं करना चाहिए था.