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कांग्रेस ने विनोद वर्मा की रिहाई की मांग की

विनोद वर्मा को शुक्रवार को उनके गाजियाबाद स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया था. वर्मा ने छत्तीसगढ़ के मंत्री की सेक्स सीडी होने की बात कही थी

Bhasha

कांग्रेस ने देश के विभिन्न हिस्सों में पत्रकारों पर बढ़ते हमलों पर गहरी चिंता जताते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा की तुरंत रिहाई और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की.

कांग्रेस के मीडिया पैनल में शामिल पवन खेड़ा ने कहा, ‘शुक्रवार तड़के साढ़े तीन बजे छत्तीसगढ़ पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया. वह न केवल एडीटर्स गिल्ट ऑफ इंडिया के सदस्य थे बल्कि इस संस्था की उस तथ्यान्वेषी समिति के भी सदस्य थे जो पत्रकारों की सुरक्षा के बारे में पता लगाने के लिए छत्तीसगढ़ गई थी.'


उन्होंने पत्रकार वर्मा की तुरंत रिहाई और पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की. उन्होंने इस मामले में छत्तीसगढ़ के संबंधित मंत्री राजेश मूणत के इस्तीफे की भी मांग की.

खेड़ा ने कहा कि यदि किसी पत्रकार की खोजपरक खबर छत्तीसगढ़ सरकार को पसंद नहीं आती तो उसे राष्ट्रविरोधी करार दे दिया जाता है और उस पर तमाम तरह से हमले होते हैं.

वर्मा जिस तथ्यावेषी समिति के सदस्य थे, उसकी रिपोर्ट भी छत्तीसगढ़ सरकार को कटघरे में खड़ा करती है.

यही है पीएम मोदी का नया भारत?

खेड़ा ने कहा, 'केंद्र और राज्यों की बीजेपी सरकार का यह चरित्र है कि जब भी कोई पत्रकार प्रश्न करे तो उसे केंद्रीय मंत्री वी.के सिंह के शब्दों में 'प्रेसटीट्यूट' कह दिया जाता है. अथवा प्रधानमंत्री के शब्दों में 'बाजारू मीडिया' कह दिया जाता है. क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए भारत की यह नई परिकल्पना है?'

पवन खेड़ा ने कहा कि इससे पहले भी छत्तीसगढ़ में कई पत्रकारों पर हमले हो चुके हैं. इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई. कोई गिरफ्तारी नहीं हुई.

बीबीसी और अमर उजाला में वरिष्ठ पदों पर रह चुके पत्रकार विनोद वर्मा को कथित उगाही के आरोप में छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुक्रवार तड़के उनके गाजियाबाद स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि कम से कम 500 पोर्न सीडी, दो लाख रुपए नकद, लैपटॉप और एक डायरी पत्रकार के घर से बरामद की गई है.