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BJP पर नेहरू की छवि धूमिल करने का आरोप, कांग्रेस ने कहा- वो बस कांग्रेसी नेता नहीं थे

इलाहाबाद में रोड को चौड़ा करने के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा को अस्थायी रूप से हटाया गया जिसका कांग्रेस ने विरोध किया है

FP Staff

कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की स्मृतियों को हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी जानबूझकर पूर्व प्रधानमंत्री को निशाने पर ले रही है.

इलाहाबाद में सौंदर्यीकरण संबंधी कार्यों के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा को अस्थायी रूप से हटाए जाने को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री को इस देश से आत्मा से कभी नहीं हटाया जा सकता. इलाहाबाद की डेवलपमेंट अथॉरिटी ने बताया कि नेहरू की प्रतिमा को वहां से हटाकर उसी रोड पर स्थित एक पार्क में लगाया गया है.


पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘मोदी जी राजनीतिक बदला लेने के लिए अंधे हो चुके हैं वो और योगी आदित्यनाथ पंडित नेहरू की उस हर स्मृति को मिटाना चाहते हैं, जो स्वाधीनता संग्राम और आजाद भारत के निर्माण से जुड़ी है.’

उन्होंने कहा, ‘पूरा देश जानता है कि इलाहाबाद स्वाधीनता संग्राम का सबसे बड़ा प्रतीक है. इलाहाबाद पंडित नेहरू की कर्मस्थली है और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्वाधीनता संग्राम की कर्मस्थली है. यह शहर सिर्फ पंडित नेहरू ही नहीं, बल्कि सरदार वल्लभ भाई पटेल हों, महात्मा गांधी, चंद्रशेखर आजाद और कई दूसरे महापुरुषों से भी जुड़ा है.’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘पंडित नेहरू से जुड़ी याददाश्त को धूमिल करने का षड्यंत्र मोदी जी और योगी जी की जोड़ी कर रही है. उनको यह समझ लेना चाहिए कि वे मूर्ति हटाने से इस देश की आत्मा से पंडित नेहरू जी को कभी नहीं हटा पाएंगे.’

उन्होंने कहा, ‘मोदी जी और योगी यह जान लीजिए कि इस देश की जनता आपसे बड़ी है और आपको सजा देगी.’

पार्टी नेता अजय माकन ने भी इस मुद्दे पर मोदी को घेरा. उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेहरू की मूर्ति हटाई जा रही है. नेहरू बस एक कांग्रेसी नेता नहीं थे वो देश के पहले प्रधानमंत्री थे और सभी राजनीतिक पार्टियों और नागरिकों को उनका सम्मान करना चाहिए.'

(भाषा के इनपुट के साथ)