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जाने क्यों ट्विटर पर छिड़ी जेटली और सुरजेवाला के बीच तीखी बहस

जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आक्षेपों के लिए मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की समझ पर सवाल उठाया था

Bhasha

केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की ओर से मंगलवार को राहुल गांधी पर निशाना साधे जाने के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को पलटवार किया. मंगलवार को  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था. जिसके जवाब में जेटली ने राहुल की समझ पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह तो अनुभवों से ही आती है, विरासत में नहीं मिलती.

इस पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान जारी कर पलटवार करते हुए दावा किया कि ‘बिना विभाग के मंत्री’ जेटली राजनीतिक प्रासंगिकता हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. सुरजेवाला के इस बयान के बाद जेटली ने ट्वीट कर कहा, ‘रणदीप सुरजेवाला, यह राजनीतिक विमर्श है. अशोभनीय बातें करना जवाब देना नहीं है. तथ्यों के साथ जवाब दीजिए.’


इस पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि, ‘जेटली जी, जब आप तथ्यों को तोड़-मरोड़कर कांग्रेस नेतृत्व, यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट और कई अन्य लोगों के बारे में भला-बुरा कहते हैं तो वह राजनीतिक विमर्श होता है, लेकिन जब आपको ठोस तथ्यों के साथ ‘सच का आइना’ दिखाया जाता है तो आप असहज हो जाते हैं और इसे ‘अशोभनीय बात’ करार देते हैं.’

बीजेपी  के वरिष्ठ नेता जेटली ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘रणदीप सुरजेवाला, अगर आर्थिक कुप्रबंधन होता तो कमजोर अर्थव्यवस्था वाले पांच देशों (फरगाइल फाइव) और नीतिगत पंगुता से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का सफर संभव नहीं हो सकता था. यह जानकारी नहीं होने का एक और मामला है.’

इस पर सुरजेवाला ने कहा, ‘जेटली जी, मोदी सरकार में पिछले चार साल में विकास दर सबसे निचले स्तर पर है. निर्यात गिर गया है, दो करोड़ों नौकरियों का वादा जुमला निकला, एनपीए 10 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया है, निवेश गिर गया है, बैंकों की हालत खराब हो चुकी है और ‘लूट घोटाले’ आम बात हो गई है, जीएसटी गलत ढंग से लागू किया गया, योजनाएं विफल हो रही हैं. क्या यह सब आर्थिक कुप्रबंधन नहीं है? ’