कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आगामी फिल्म 'इंदू सरकार' को लेकर शनिवार को पुणे में एक होटल के भीतर प्रदर्शन किया जहां फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर रुके हुए थे.
भंडारकर ने फिल्म का निर्देशन किया है, जिसकी पृष्ठभूमि इंदिरा गांधी सरकार की ओर से 1975 में लगाया गया आपातकाल है. भंडारकर ने बाद में ट्वीट किया, 'कांग्रेस कार्यकर्ता होटल लॉबी में घुस गए और वहां हंगामा किया. मैं और मेरी टीम के लोग होटल कक्ष में बंधक की तरह फंसे रहे. पुणे में कार्यक्रम रद्द.'
कांग्रेस ने यह कहते हुए फिल्म पर आपत्ति जताई है कि शायद इसमें इंदिरा गांधी और उनके पुत्र संजय गांधी को नकारात्मक तरीके से दिखाया गया है.
पुलिस ने शहर कांग्रेस प्रमुख रमेश भगवे और कुछ अन्य कार्यकर्ताओं को होटल के बाहर से गिरफ्तार कर लिया. कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने कहा कि वे केवल भंडारकर से मिलना चाहते थे और फिल्म को लेकर अप्रसन्नता जताना चाहते थे.
कार्यकर्ता ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि भंडारकर सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले हैं लेकिन जब तक वे वहां पहुंचे वह संवाददाता सम्मेलन रद्द कर चुके थे.