सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कबूल किया कि उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को फोन किया था. उन्होंने साफ शब्दों में कहा 'मैनें एक बार नहीं चार बार लालू जी को फोन किया. इसमें गलत क्या है.' एक सवाल का जवाब देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने लालू यादव का स्वास्थ्य जानने के लिए उन्हें फोन किया.
नीतीश कुमार ने कहा कि लालू जी से उनके पुराने संबंध हैं और उनकी तबीयत खराब है तो ऐसे में कोई फोन कर हालचाल पूछ ले तो इस पर इतना बवाल क्यों. इसी के साथ मुख्यमंत्री ने तमाम अटकलों और इस मामले पर हो रही बयानबाजी का खंडन करते हुए कहा कि राजनीतिक रिश्ते अपनी जगह हैं और आपसी रिश्ते अपनी जगह.
मुख्यमंत्री कुमार ने यह भी कहा कि आज समाज में जो हो रहा है और जिस भाषा का प्रयोग हो रहा है, वो गलत है. हम किसी भी कीमत पर माहौल खराब नहीं होने देंगे. हमलोग पूरी मर्यादा के साथ काम करते हैं.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दंगा आरोपी से मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आरोपी से मिलना गलत है. कोई व्यक्ति अपनी राय दे सकता है और अगर कुछ गलत है तो आप कोर्ट में जाइए.
पटना में जनसंवाद कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने साफ कहा कि सरकार में कोई मतभेद नहीं है. मैं और सुशील मोदी एक साथ बैठे हैं और क्या कोई दूरियां नजर आ रही हैं? सीट शेयरिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि समय आने पर इस पर बात होगी. एनडीए में कहीं कोई दिक्कत नहीं है. सीट शेयरिंग को लेकर अभी कोई बातचीत नहीं है. समय आने पर हमलोग इस पर बैठकर बातचीत करेंगे.
(न्यूज18 से इनपुट)