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अरविंद केजरीवाल आज इतिहास के एक पन्ने का क्यों हिस्सा बनने जा रहे हैं?

पिछले काफी दिनों से चल रहे कई नाटकीय घटनाक्रमों के बाद अरविंद केजरीवाल से दिल्ली पुलिस 18 मई को पूछताछ करने जा रही है

Ravishankar Singh

दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश के साथ कथित मारपीट मामले को लेकर दिल्ली पुलिस सीएम अरविंद केजरीवाल से शुक्रवार को पूछताछ करने जा रही है. दिल्ली पुलिस की यह पूछताछ अरविंद केजरीवाल के दिल्ली स्थित कैंप आवास पर होगी.

बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर 18 मई को 11 बजे जांच में शामिल होने से इंकार कर दिया था. अरविंद केजरीवाल को दिल्ली पुलिस ने 18 तारीख को सुबह 11 बजे जांच में शामिल होने का पत्र लिखा था.


केजरीवाल ने भी जवाब में लिखा पत्र

केजरीवाल ने भी दिल्ली पुलिस के लिखे पत्र के जवाब में एक पत्र लिखा था. केजरीवाल ने पत्र में लिखा था कि वह अपने तय कार्यक्रमों के चलते 11 बजे के बजाए 18 तारीख को शाम पांच बजे जांच में शामिल होंगे. केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस से पत्र में यह भी पूछा था कि क्या वह अपने बयान का वीडियो रिकॉर्डिंग करा सकते हैं? केजरीवाल का कहना है कि यदि दिल्ली पुलिस को उनके वीडियो रिकॉर्डिंग करने पर आपत्ति है तो दिल्ली पुलिस ऐसी व्यवस्था करे, जिससे पूछताछ पूरी होने के बाद उन्हें वीडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध करवा दी जाए.

बता दें कि दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया था कि 19 फरवरी की आधी रात को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आप के दो विधायकों ने उनके साथ मारपीट और बदसलूकी की थी. दिल्ली के राजनीतिक इतिहास में पहली बार किसी वर्तमान सीएम से उसी प्रदेश की पुलिस पूछताछ करने जा रही है. दिल्ली पुलिस के द्वारा पूछताछ करने की बात सामने आने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने एलजी अनिल बैजल पर अपनी भड़ास निकाली है. सुनीता केजरीवाल ने अपने ट्वीट को बाकायदा एलजी अनिल बैजल को टैग भी किया है.

उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘आपको इस बात की जानकारी होगी कि पूर्व एलजी गंभीर रूप से बीमार चल रहे हैं. कर्म किसी का भी पीछा करना नहीं छोड़ता. उन्होंने ‘आप’ सरकार के साथ जो व्यवहार किया था, उस पर उन्हें बाद में पछतावा भी हुआ था. ‘आप’ की सरकार पर लागातर उत्पीड़न और मेरी विधवा बहन को परेशान करना अमानवीय है. ‘कर्म’ कभी भी ‘कर्ता’ को नहीं छोड़ता.’

केजरीवाल से पूछताछ के हैं कई कारण

आपको बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से दिल्ली पुलिस की पूछताछ के कई कारण हैं. पहला, क्योंकि यह बैठक खुद सीएम के द्वारा बुलाई गई थी, जिसमें चीफ सेक्रेटरी से मारपीट का आरोप लगा. दूसरा, उस रात बैठक में शामिल 11 विधायकों के बारे में अरविंद केजरीवाल क्या जानते हैं ? तीसरा, आखिरकार ऐसी क्या इमरजेंसी आ गई थी कि आधी रात को बैठक बुलाई गई ? चौथा, दिल्ली पुलिस यह जानना चाहती है कि केजरीवाल ने घटना के वक्त और घटना के बाद क्या किया ?

देश भर के आईएएस एसोसिएशनों ने की थी केजरीवाल की आलोचना

इस घटना के सामने आने के बाद देशभर के आईएएस एसोसिएशनों ने अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी को लेकर अरविंद केजरीवाल की आलोचना की थी. आईएएस अफसरों के एसोसिएशनों का साफ कहना था कि उन्हें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के लिखित माफीनामे से कम कुछ भी मंजूर नहीं है. लेकिन अरविंद केजरीवाल ने इस मसले पर माफीनामा लिखने से साफ इंकार कर दिया था.

कब आया था मामले में ट्विस्ट

आप विधायकों के द्वारा मुख्य सचिव के साथ मारपीट मामले में तब नया मोड़ आया था, जब सीएम के एडवाइजर वीके जैन अचानक ही सरकारी गवाह बन गए. वीके जैन इस घटना के प्रमुख गवाह बताए जाते हैं. घटना के वक्त वीके जैन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार थे. वीके जैन यूटी कैडर के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं. दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल और वीके जैन को आमने-सामने बैठा कर दिल्ली पुलिस पूछताछ करेगी.

दिलचस्प बात यह है कि वीके जैन मुख्य तौर पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की सभी फाइलें देखने के साथ उनकी मीटिंग और अधिकारियों के साथ समन्वय का काम करते थे. इसके अलावा वीके जैन दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ कॉर्डिनेशन का काम भी करते थे.

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में आम आदमी पार्टी के दो विधायकों प्रकाश जरवाल और अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार भी किया था. दोनों विधायक इस समय जमानत पर बाहर हैं. दिल्ली पुलिस अरविंद केजरीवाल से पहले उनके निजी सचिव बिभव कुमार से भी इस बारे में पूछताछ कर चुकी है. दिल्ली पुलिस अब तक आप के 11 विधायकों से भी पूछताछ कर चुकी है.

पिछले काफी दिनों से चल रहे कई नाटकीय घटनाक्रमों के बाद अरविंद केजरीवाल से दिल्ली पुलिस 18 मई को पूछताछ करने जा रही है. ऐसे में दिल्ली पुलिस के इस कदम के समर्थन और विरोध में अगले कुछ दिनों तक देश और दिल्ली का राजनीतिक माहौल गर्म रह सकता है.