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स्वायत्तता पर चिदंबरम के बयान से कांग्रेस ने किया किनारा, बीजेपी ने बताया शर्मनाक

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे ‘हैरान करने वाला और शर्मनाक’ विचार बताया. कहा कि हालांकि मैं आश्चर्यचकित नहीं हूं क्योंकि उनके नेता ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारे का समर्थन करते हैं

Bhasha

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम के कश्मीर पर दिए बयान को लेकर कांग्रेस ने खुद को अलग कर लिया है. पार्टी का कहना है कि किसी व्यक्ति का विचार जरूरी नहीं कि वह पार्टी की राय हो. चिदंबरम ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर को अधिक स्वायत्तता देने की हिमायत की थी.


कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और हमेशा यह निर्विवाद रूप से बना रहेगा. उन्होंने चिदंबरम की टिप्पणी पर कहा कि किसी व्यक्ति का विचार जरूरी नहीं कि कांग्रेस का भी विचार हो.

बीजेपी ने चिदंबरम के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चिदंबरम का बयान भारत के राष्ट्रीय हित को ‘नुकसान’ पहुंचाता है जो एक गंभीर मुद्दा है.

उन्होंने मुंबई में कहा, ‘कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिष्ठित नेता की ओर से आया यह बयान पार्टी का अधिकारिक बयान है या नहीं? मुझे लगता है कि पार्टी को तुरंत यह स्पष्ट करना चाहिए.’

वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे ‘हैरान करने वाला और शर्मनाक’ विचार बताया. स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर कहा, ‘पी चिदंबरम का अलगाववादियों और ‘आजादी’ का समर्थन करना हैरान करने वाला है. हालांकि मैं आश्चर्यचकित नहीं हूं क्योंकि उनके नेता ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारे का समर्थन करते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘यह शर्मनाक है कि चिदंबरम ने सरदार पटेल के जन्म स्थल गुजरात में यह बोला, जिन्होंने भारत की एकता और खुशहाली के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.’

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस बारे में ट्वीट कर कहा कि अब कांग्रेस कश्मीर की आजादी की बात कर रही है. देश से कांग्रेस को ही आजाद कर देना चाहिए.

श्रीनगर में बीजेपी के महासचिव राम माधव ने आरोप लगाया कि कश्मीरी लोग और पूरा देश चिदंबरम और कांग्रेस सरकार की गलतियों का खमियाजा उठा रहा है. उन्होंने कहा, ‘हमें चिदंबरम से सलाह की जरुरत नहीं है.’

पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा था कि जब कश्मीरी कहें आजादी तो समझिए स्वायत्तता. उन्होंने कहा कि ‘कश्मीर घाटी में अनुच्छेद 370 का अक्षरश: सम्मान करने की मांग की जाती है. इसका मतलब है कि वो अधिक स्वायत्तता चाहते हैं. जम्मू-कश्मीर में लोगों से बातचीत से मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि वो आजादी के लिए कहते हैं. मैं यह नहीं कह रहा कि सभी, बल्कि ज्यादातर लोग. वो स्वायत्तता चाहते हैं.’

यह पूछे जाने पर कि क्या वह अब भी मानते हैं कि जम्मू-कश्मीर को ज्यादा स्वायत्तता देनी चाहिए तो इस पर चिदंबरम ने कहा, ‘हां, मैं मानता हूं.’ चिदंबरम ने इससे पहले जुलाई 2016 में जम्मू कश्मीर को अधिक स्वायत्तता देने की हिमायत की थी.