14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिसतान में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी. इस एयर स्ट्राइक में JeM के कई कैंप तबाह हो गए थे. इस स्ट्राइक के बाद से ही देश में सियासत जारी है. विपक्ष के कई नेता एयर स्ट्राइक को लेकर मोदी सरकार से सबूत मांग रहे हैं. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम का बयान भी सामने आया है.
चिदंबरम का कहना है कि हम सरकार के एयर स्ट्राइक के दावे पर भरोसा करने को तैयार हैं, लेकिन पहले ये बताइए कि एयर स्ट्राइक में 300 से 350 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि किसने की?
पूर्व वित्तमंत्री ने सोमवार को ट्विटर के जरिए ये बातें कहीं. उन्होंने कहा- 'अगर सरकार चाहती है कि दुनिया पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में हुए वायुसेना के एयर स्ट्राइक पर भरोसा करे, तो सरकार को विपक्ष पर आरोप लगाने से बचना चाहिए.'
चिदंबरम ने कहा, 'वायुसेना के वाइस एयर मार्शल ने एयर स्ट्राइक में हुई मौतों पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था. साथ ही विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में भी ये कहा गया है कि एयर स्ट्राइक में किसी भी तरह की सिविलियन या मिलिटरी कैसुअल्टी नहीं हुई है, तो फिर सरकार ये बताए कि 300-350 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि किसने की?'
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल एयरफोर्स की एयर स्ट्राइक का श्रेय लेने की कोशिश कर रहा है. चिदंबरम ने कहा कि पूरे घटनाक्रम के दौरान कांग्रेस और तमाम विपक्षी दलों का रवैया जिम्मेदारी भरा रहा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कार्य समिति की बैठक रद्द कर दी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इसका श्रेय ले रहे थे.
दिग्विजय सिंह ने भी खड़े किए थे सवाल
इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी एयर स्ट्राइक पर सवाल खड़े किए थे और इसके सबूत मांगे थे. उन्होंने कहा था, 'मैं एयर स्ट्राइक पर सवाल नहीं खड़े कर रहा, लेकिन यह तकनीकी दौर है. आज कल सैटेलाइट से तस्वीरें लेना मुमकिन है. जैसे अमेरिका ने 'ओसामा ऑपरेशन' का सबूत पूरी दुनिया को दिया था, वैसा ही सबूत हमें भी एयर स्ट्राइक का देना चाहिए.'
बता दें कि पुलवामा में CRPF के काफिले पर आतंकी हमले के 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बम दागे थे. मिराज-2000 ने जैश के ठिकानों को तबाह कर दिया था.
इससे पहले एयर स्ट्राइक के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि हवाई हमले के बाद पीएम मोदी ने किसी भी पार्टी के नेताओं से मुलाकात नहीं की. ममता बनर्जी ने कहा था कि वे ऑपरेशन की डिटेल जानना चाहती हैं, जहां बम गिराया गया है वहां कितने लोग मारे गए.