नरेंद्र मोदी सरकार कैबिनेट फेरबदल की तैयारी में है. राजधानी में लगातार नई घटनाओं का दौर जारी है. ताजा खबर के मुताबिक, बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह के कहने पर कैबिनेट के कुछ मंत्रियों ने इस्तीफ दे दिया है.
इनमें केंद्र के कौशल विकास मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे राजीव प्रताप रूडी का नाम सबसे पहले आ रहा है. सूत्रों के मुताबिक, रेल मंत्री सुरेश प्रभु की विदाई भी तय मानी जा रही है. पिछले दिनों लगातार हो रहे रेल हादसों के बाद सुरेश प्रभु ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी.
हालांकि उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरेश प्रभु का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था. प्रभु ने ट्वीट करके बताया था कि पीएम ने उन्हें इंतजार करने को कहा है.
सूत्रों के मुताबिक रूडी को संगठन में कोई जिम्मेदारी दी जा सकती है. रूडी के अलावा कैबिनेट से कुछ और मंत्री भी इस्तीफा दे चुके हैं. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा पुनरुद्धार की जिम्मेदारी संभालने वाली उमा भारती ने भी इस्तीफे की पेशकश की है.
सूत्रों के मुताबिक, उमा भारती स्वास्थय संबंधी दिक्कतों के कारण इस्तीफा दे रही हैं. इनमें एमएसएमई मिनिस्टर कलराज मिश्रा, जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा पुनरुद्धार के राज्य मंत्री संजीव बाल्यान, वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण और एमएसएमई स्टेट मिनिस्टर गिरिराज सिंह ने इस्तीफा दे दिया है. खबरों के मुताबिक स्वस्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी इस्तीफा दे दिया है.
किनके शामिल होने की उम्मीद?
राजस्थान से राज्य सभा एमपी ओम माथुर और बागपत के एमपी सत्यपाल सिंह को कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद है. बिहार में लालू प्रसाद यादव की आरजेडी से अलग होकर बीजेपी के साथ सरकार बनाने वाली जेडीयू को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. जेडीयू अब एनडीए में शामिल हो चुकी है, लिहाजा उसे कैबिनेट में शामिल करना 2019 की तैयारी में सरकार का एक कदम है.