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नीतीश सरकार के आउटसोर्सिंग में आरक्षण फैसले से सीपी ठाकुर नाखुश

नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए सीपी ठाकुर ने कहा- कोई भी सरकार केवल रिजर्वेशन के समर्थन के सहारे नहीं चल सकती

FP Staff

कॉन्ट्रैक्ट बहालियों में आरक्षण के फैसले पर बिहार में राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सी पी ठाकुर ने इस मुद्दे पर अपनी ही पार्टी और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की मिलीजुली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

शनिवार को मुजफ्फरपुर के दौरे पर गए सी पी ठाकुर ने कहा की कोई भी सरकार केवल रिजर्वेशन के समर्थन के सहारे नहीं चल सकती है.


उन्होंने कहा कि पिछड़ों के विकास के लिए पहले से काफी नियम हैं. सरकार को नए क्षेत्रों में आरक्षण लागू करने के बजाए आरक्षण नीति को संविधान के तहत उचित ढंग से लागू करना चाहिए.

ठाकुर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आगाह करते हुए कहा कि कोई भी सरकार केवल आरक्षण को समर्थन देकर नहीं चल सकती.

ठाकुर ने कहा कि बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है. सरकार बैकफुट पर है. बेहतर यही होगा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर फोकस करे न की रिजर्वेशन के पुराने जख्मों को कुरेदने की कोशिश करे.

बिहार सरकार ने आउटसोर्सिंग की नौकरियों में भी रिजर्वेशन लागू करने का फैसला किया है

सीपी ठाकुर ने बिहार सरकार पर निशाना साधने के अलावा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का भी बचाव किया. उन्होंने कहा की लड़की के साथ सेल्फी लेना अब आम बात है. आज के समय में अगर उन्हें भी ऐसे सेल्फी के लिए कहा जाएगा तो वो तैयार हो जाएंगे.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'तेजस्वी किक्रेट खेलते हैं तो लड़की के साथ सेल्फी लेना कोई गलत बात नहीं है. इसका मतलब यह नहीं है कि कोई भी उनके चरित्र पर उंगली उठाने लगे.' उन्होंने नेताओं को इस तरह की राजनीति से बाज आने को कहा.

उन्होंने नसीहत दी है की नेताओं को इस तरह की रणनीति से बचना चाहिए.

बीजेपी की सहयोगी जेडीयू के प्रवक्ताओं ने पिछले दिनों पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस कर तेजस्वी यादव पर लड़की के साथ सेल्फी लेने पर निशाना साधा था.

बिहार के उपमुख्मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने भी तेजस्वी को नसीहत देते हुए कहा था कि जनता के प्रतिनिधियों को ऐसा करने से बचना चाहिए.