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BY-ELECTIONS RESULTS 2018: राजस्थान और बंगाल के उपचुनावों में कांग्रेस-तृणमूल की जय-जय

अलवर में लोकसभा के उपचुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी है तो मंडलगढ़ में विधानसभा के उपचुनाव की भी सीट जीत ली है

FP Staff
17:16 (IST)

आप नेता कुमार विश्वास ने कहा कि एक बार फिर जनता दो पारंपरिक दलों के बीच फंस गई है. 

16:09 (IST)

अजमेर सीट पर काउंटिंग पूरी हुई. कांग्रेस उम्मीदवार रघु शर्मा ने जीता चुनाव, जीत की औपचारिक घोषणा का इंतजार है: ईटीवी

16:04 (IST)

15:48 (IST)

हम जनता के फैसला का सम्मान करते हैं. हार के कारणों का हम मंथन करेंगे: अशोक परनामी, अध्यक्ष, राजस्थान बीजेपी

15:44 (IST)

राजस्थान उपचुनाव के आए नतीजों के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी इस वक्त जयपुर पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं

15:37 (IST)

कांग्रेस के उम्मीदवार करण सिंह यादव ने अलवर लोकसभा उपचुनाव सीट जीत ली है. उन्होंने बीजेपी के जसवंत यादव को 1,56,319 वोटों के अंतर से चुनाव में हराया है

15:33 (IST)

पश्चिम बंगाल के उलुबेरिया संसदीय सीट पर टीएमसी की उम्मीदवार सजदा अहमद ने जीत हासिल की है. उन्होंने बीजेपी के अनुपम मल्लिक को 4,74,023 वोटों के बड़े अंतर से हराया है

15:28 (IST)

अभी तक के परिणाम के मुताबिक राजस्थान के अलवर लोकसभा से कांग्रेस के करण सिंह यादव ने बीजेपी के जसवंत सिंह यादव को मात दी है. उन्होंने 1,56,319 मतों से उन्हें हराया है. मंडलगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के विवेक धाकड़ ने बीजेपी उम्मीदवार शक्ति सिंह हाडा को 12,976 मतों के अंतर से हराया है

अजमेर लोकसभा सीट पर हुई अब तक की काउंटिंग में कांग्रेस के उम्मीदवार रघु शर्मा को निर्णायक बढ़त मिल चुकी है. वो बीजेपी के स्वरूप लांबा से बड़े अंतर से आगे है.

15:05 (IST)

उलुबेरिया में 40 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. पिछले 4 दशकों में हुए चुनाव में अब तक यहां से मुस्लिम उम्मीदवार ही जीतते आए है. 

14:51 (IST)

पश्चिम बंगाल की उलुबेरिया संसदीय सीट पर टीएमसी उम्मीदवार सजदा जीत चुकी हैं. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के अनुुपम मल्लिक को हराया है. 

13:57 (IST)

13:53 (IST)

अजमेर संसदीय सीट पर भी अभी तक हुई काउंटिंग में कांग्रेस उम्मीदवार जीत की ओर अग्रसर हैं

13:39 (IST)

उपचुनाव में हार के बाद वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए: सचिन पायलट

13:34 (IST)

उपचुनाव के नतीजे वसुंधरा सरकार की नाकामी को बयान करते हैं: सचिन पायलट

13:34 (IST)

उपचुनाव के आ रहे नतीजों और बढ़त पर खुशी है: सचिन पायलट

13:32 (IST)

उपचुनाव के नतीजों और बढ़त पर राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट इस वक्त जयपुर के कांग्रेस हेडक्वार्टर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं

13:26 (IST)

ईटीवी के अनुसार अलवर संसदीय सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार डॉ करण सिंह यादव की जीत हुई है. वो 96120 मतों से विजयी हुए हैं. हालांकि जीत की आधिकारिक घोषणा अभी होनी बाकी है

13:24 (IST)

राजस्थान कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है. पार्टी दफ्तर में आतिशबाजी की जा रही है. एक-दूसरे को मिठाइयां बांटकर मुबारकबाद दे रहे हैं कांग्रेस कार्यकर्ता

13:23 (IST)

13:21 (IST)

मंडलगढ़ विधानसभा सीट पर जीत के बाद कांग्रेस उम्मीदवार विवेक धाकड़ ने कहा- ये राजस्थान की जनता की जीत है, ये लोकतंत्र की जीत है

13:15 (IST)

पश्चिम बंगाल की उलुबेरिया संसदीय सीट पर टीएमसी उम्मीदवार सजदा जीत की ओर अग्रसर हैं. वो बीजेपी उम्मीदवार अनुपम मल्लिक से 2 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से आगे चल रही हैं. ​

13:08 (IST)

मंडलगढ़ विधानसभा सीट उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार विवेक धाकड़ 12976 वोटों के अंतर से जीते हैं. उन्होंने यहां बीजेपी के शक्ति सिंह हाडा को हराया है

13:04 (IST)

राजस्थान के दोनों लोकसभा सीटों (अलवर और अजमेर) और एक विधानसभा सीट (मंडलगढ़) के लिए जिस तरह के नतीजे और रूझान आ रहे हैं वो वसुंधरा राजे सरकार के लिए बड़ा झटका है. राजस्थान में इस वर्ष के अंत में विधानसभा का चुनाव होना है

13:02 (IST)

मंडलगढ़ विधानसभा की सीट बीजेपी विधायक कीर्ति कुमारी के निधन के बाद खाली हुई थी.

12:58 (IST)

ईटीवी के मुताबिक मंडलगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार विवेक धाकड़ की जीत हुई है. उन्होंने बीजेपी के शक्ति सिंह हाडा को हराया है. हालांकि जीत की आधिकारिक घोषणा होना अभी बाकी है

12:55 (IST)

अलवर संसदीय सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार की बढ़त 72 हजार वोटों से अधिक हो गई है

12:54 (IST)

अलवर में कांग्रेस उम्मीदवार करण सिंह यादव को अब तक हुई मतगणना में 2,66,814 वोट मिले हैं. बीजेपी के जसवंत सिंह को 2,06,879 मत मिले हैं. 29 जनवरी को अलवर संसदीय सीट के लिए हुए उपचुनाव में 61.86 फीसदी मतदान हुआ था.

12:50 (IST)

अलवर संसदीय सीट पर कांग्रेस की बढ़त 62 हजार वोटों से ज्यादा की हुई

12:49 (IST)

मांडलगढ़ विधानसभा सीट के लिए 18वीं राउंड की काउंटिंग खत्म हो गई है. यहां कांग्रेस उम्मीदवार को बीजेपी पर बड़ी बढ़त मिल चुकी है

12:41 (IST)

पश्चिम बंगाल की उलुबेरिया संसदीय सीट पर अब तक हुई मतगणना में टीएमसी की उम्मीदवार सजदा बीजेपी के अनुपम मल्लिक से काफी आगे चल रही हैं. सजदा को काउंटिंग में 1,84,949 वोट मिले हैं. उलुबेरिया में 40 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. पिछले 4 दशकों में हुए चुनाव में अब तक यहां से मुस्लिम उम्मीदवार ही जीतते आए हैं

राजस्थान की दो लोकसभा सीटों और एक विधानसभा सीटों के रुझान में कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है. अजमेर और अलवर की लोकसभा सीटों पर कांग्रेस ने बढ़त बनाई हुई है जबकि मंडलगढ़ की विधानसभा सीट पर शुरुआत में पिछड़ने के बाद कांग्रेस फिर आगे चल रही है.

अजमेर लोकसभा सीट पर बीजेपी के राम स्वरूप लांबा और कांग्रेस के रघु शर्मा के बीच टक्कर है. अलवर लोकसभा सीट पर बीजेपी के जसवंत सिंह यादव और कांग्रेस के करण सिंह यादव के बीच मुकाबला है. जबकि, मंडलगढ़ विधानसभा सीट पर बीजेपी के शक्ति सिंह हाडा और कांग्रेस के विवेक धाकड़ आमने-सामने हैं.


अजमेर में बीजेपी उम्मीदवार राम स्वरूप लांबा पूर्व मंत्री सांवरलाल जाट के बेटे हैं. सांवरलाल जाट का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था. उनके निधन से खाली हुई सीट पर ही उपचुनाव कराया गया. सांवरलाल जाट इलाके के कद्दावर नेता थे. वहीं कांग्रेस उम्मीदवार रघु शर्मा जाति से ब्राह्मण हैं. बीजेपी के जाट-सिंधी और व्यापारियों के गठजोड़ के जवाब में कांग्रेस ने ब्राह्मण, गुर्जर, मुस्लिम और दलितों का गठबंधन बनाया.

अलवर लोकसभा सीट को लेकर बीजेपी ज्यादा आशावादी नहीं है. अलवर में भी बीजेपी सांसद के निधन के बाद उपचुनाव हुआ है. अलवर में जाति का समीकरण कांग्रेस उम्मीदवार करण सिंह यादव के पक्ष में नजर आता है. उम्मीद है कि अलवर में मेव और यादव समुदाय ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया. अगर ऐसा हुआ है तो बीजेपी उम्मीदवार जसवंत यादव के लिए मुकाबला मुश्किल माना जाएगा.

दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने राजस्थान उपचुनाव से दूरी बनाए रखी. हालांकि बीजेपी आलाकमान इस बात से अनजान नहीं है कि उपचुनाव के नतीजे इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर असर डाल सकते हैं. उपचुनाव के दौरान प्रचार अभियान की जिम्मेदारी पूरी तरह से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कंधों पर रही. दिल्ली के एक भी नेता ने उपचुनाव वाले किसी भी निर्वाचन क्षेत्र का दौरा नहीं किया. ऐसा करके संभवतः केंद्र ने यह संकेत दिया है कि उपचुनाव के नतीजों के लिए जवाबदेह सिर्फ वसुंधरा राजे ही होंगी.

उपचुनाव में प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अजमेर और मंडलगढ़ पर ज्यादा ध्यान दिया. क्योंकि इन जगहों पर बीजेपी रेस में नजर आ रही थी. जबकि अलवर लोकसभा सीट पर खास तवज्जो नहीं दी गई. अलवर के उम्मीदवार को अपनी लड़ाई खुद ही लड़ने के लिए छोड़ दिया गया. ऐसी चर्चा है कि बीजेपी उम्मीदवार, जो वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री भी हैं, वह अलवर लोकसभा सीट जीतने के लिए जरा भी उत्सुक नजर नहीं आए. ऐसा इसलिए क्योंकि वह राजस्थान में अपना मंत्रालय खोने और केंद्र सरकार में महज एक सांसद बनकर रहना नहीं चाहते.

पश्चिम बंगाल: क्या उपचुनाव में अपनी जमीन बचा पाएंगी ममता?

पश्चिम बंगाल की उलबेरिया लोकसभा और नवपाड़ा विधानसभा सीटों के पर हुए उपचुनाव के नतीजे एक फरवरी को घोषित किए जाएंगे. 29 जनवरी को इन सीटों पर उपचुनाव का आयोजन किया गया था. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) दोनों सीटों पर जीत का दावा कर रही है, वहीं विपक्षी दलों ने टीएमसी पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है.

उलबेरिया लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 76 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने जबकि नवपाड़ा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 75.3 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. मुख्य मुकाबला सत्ताधारी टीएमसी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच है. बीजेपी राज्य में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है.

पंचायत चुनाव से पहले ये उपचुनाव सभी दलों के लिए एक एसिड टेस्ट के समान है. टीएमसी का 2009 से उलबेरिया सीट पर कब्जा है. टीएमसी सांसद सुल्तान अहमद की अचानक मौत के कारण यहां चुनाव हुए हैं. सीट पर अपना कब्जा बनाए रखने के लिए टीएमसी ने सुल्तान अहमद की पत्नी सजदा को उतारा है. सीपीआईएम ने साबिरूद्दीन मोल्ला, कांग्रेस ने एस के मुदस्सर हुसैन वारसी और बीजेपी ने अनुपम मलिक को को मैदान में उतारा है. इसके अलावा पांच निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.

नवपाड़ा में टीएमसी ने सुनील सिंह, सीपीएम ने गार्गी चटर्जी, कांग्रेस ने गौतम बोस और बीजेपी ने संदीप बनर्जी को मैदान में उतारा है. पिछली बार इस सीट पर कांग्रेस और सीपीएम गठबंधन के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी. इसलिए टीएमसी का इस सीट पर जीतना आसान नहीं होगा. दूसरे मुकुल रॉय इस सीट के लिए एक महत्वपूर्ण फैक्टर हैं, जो बीजेपी के लिए मददगार साबित हो सकते हैं. इस सीट पर पिछली बार टीएमसी के उम्मीदवार कुछ हजार वोटों से हार गए थे. विधायक मधुसूदन घोष की मृत्यु होने के कारण यहां उपचुनाव हो रहे हैं.