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राज्यसभा में अमित शाह करेंगे धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत, जोरदार हंगामे के आसार

अमित शाह के पास इस बार पहली बार संसद में अपनी सरकार की खूबियों को गिनाकर विपक्ष के आरोपों का जवाब देने का मौका होगा

Amitesh

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत आज से हो रही है. राज्यसभा में दोपहर दो बजे धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत अमित शाह करेंगे. बतौर सांसद यह पहला मौका होगा जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह राज्यसभा के भीतर किसी मसले पर अपनी बात रखने वाले हैं.

राज्यसभा सांसद बनने के बाद अमित शाह अब तक संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेते रहे हैं लेकिन पहली बार धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत उनकी तरफ से की जा रही है. इसलिए इस चर्चा में उनके शामिल होने का महत्व बढ़ जाता है.


राष्ट्रपति का अभिभाषण सरकार के पूरे कार्यकाल के दौरान किए गए बेहतर फैसले और आगे सरकार की तरफ से उठाए जाने वाले कदम के बारे में ही होता है. इस दायरे में सरकार के हर विभाग के काम का सार रहता है. ऐसे में जब अमित शाह संसद में इस पर बहस की शुरुआत करेंगे तो उनको मोदी सरकार की तरफ से पिछले चार साल के हर महत्वपूर्ण फैसले के जिक्र करने का मौका मिलेगा.

अबतक बीजेपी अध्यक्ष लगातार अलग-अलग मंचों से अपनी सरकार के काम का बखान करते आए हैं. बतौर अध्यक्ष कांग्रेस की पिछली सरकार की नाकामियों को गिनाने वाले अमित शाह के पास इस बार पहली बार संसद में अपनी सरकार की खूबियों को गिनाकर विपक्ष के आरोपों का जवाब देने का मौका होगा. लेकिन धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस से पहले संसद में हंगामे के आसार नजर आने लगे हैं. विपक्ष के साथ-साथ सरकार के अपने साथियों ने भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

एलओसी पर हमले को लेकर विपक्ष आक्रामक

कांग्रेस, एसपी और लेफ्ट ने राज्यसभा के भीतर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. राज्यसभा में इन दलों की तरफ से पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में एक कैप्टेन समेत तीन जवानों की शहादत का मुद्दा उठाया जाएगा.

पाकिस्तान ने इस बार सीजफायर का उल्लंघन करते हुए जम्मू के राजौरी और पूंछ में एलओसी पर एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें दागी हैं जिसमें भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं. विपक्ष सरकार के तमाम दावे की पोल खोलने की तैयारी कर रहा है जिसमें सीमा पार से चलाई जा रही गतिविधियों का मुंहतोड़ जवाब देने की बात कही जाती है.

(फोटो: पीटीआई)

विपक्ष की तरफ से रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से राज्यसभा में एलओसी हमले पर जवाब मांगने की तैयारी है. जबकि कल लोकसभा में विपक्ष इस मुद्दे पर जवाब चाहता है.

सहयोगी टीडीपी की टेढ़ी नजर

उधर, बीजेपी की सहयोगी टीडीपी की नाराजगी पहले से ही चल रही है. हांलाकि टीडीपी ने फिलहाल बीजेपी के साथ ही रहने का फैसला किया है. लेकिन, पार्टी के मुखिया और आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के निर्देश के बाद पार्टी संसद के भीतर आक्रामक तेवर अपनाने के मूड में है. टीडीपी ने इसके संकेत भी दे दिए हैं.

टीडीपी ने भी राज्यसभा के भीतर एक नोटिस देकर सभी कार्यवाही स्थगित करते हुए बजट में आंध्र प्रदेश को दिए गए बजटीय प्रावधान पर चर्चा की मांग की है. इस बारे में टीडीपी के फ्लर लीडर्स की मुलाकात भी संसदीय कार्य मंत्री से हो रही है. टीडीपी इस मुद्दे पर संसद में हंगमा भी कर सकती है.

संसद में हंगामे के आसार

ऐसे में विपक्ष के साथ-साथ अपनी सहयोगी टीडीपी का तेवर सरकार के लिए परेशानी का कारण हो सकता है. खासतौर से सत्ताधारी बीजेपी के लिए भी, क्योंकि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पहली बार राज्यसभा में दोपहर बाद चर्चा की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन विरोधियों की रणनीति उनके भाषण में व्यवधान पैदा कर सकती है.