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कैबिनेट फेरबदल का मकसद जनता की समस्याओं से ध्यान भटकाना है: मायावती

मंत्रीमंडल फेरबदल में आर.एस.एस. के एजेण्डे को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है

Bhasha

बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मंत्री मण्डल में किया गया बड़ा फेरबदल वास्तव में देश की गंभीर समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास है.

उन्होंने कहा कि इसके अन्तर्गत राजनीतिज्ञों से ज्यादा सेवानिवृत्त अफसरशाहों पर भरोसा किया गया है. साथ ही इस फेरबदल में आर.एस.एस. के एजेण्डे को भी बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है.


उन्होंने आज यहां जारी बयान में कहा कि इतना ही नहीं, बल्कि गंगा संरक्षण और नदी विकास के बहु-प्रचारित मामले में काफी सरकारी धन खर्च करने के बावजूद गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने में फेल रहें. गलत और गरीब-विरोधी आर्थिक नीतियों के कारण जनता में निराशा और आक्रोश से लोगों का ध्यान बंटाने के लिए यह कोशिश की गई है.

सिर्फ पार्टी के लोगों को मिली जगह

बता दें कि आज पीएम मोदी के मंत्री मंडल का विस्तार किया गया है. इस दौरान 13 मंत्रियों ने पद की शपथ ली, जिसमें से चार मंत्रियों को प्रमोशन दिया गया, जबकि नौ नए मंत्रियों का शामिल किया गया. जहां निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाया गया, जबकि पीयूष गोयल को रेल मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया.

रविवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार की सबसे खास बात रही कि इसमें सिर्फ बीजेपी के चेहरे शामिल किए गए. अन्य 48 पार्टियों के सांसद इसमें नहीं है. इसीलिए सियासी गलियारों में चर्चा है कि 2019 चुनाव से पहले मोदी सरकार में एक बार और कैबिनेट फेरबदल किया जाएगा.