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बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया

मायावती राज्यसभा में दलितों के मुद्दे पर अपनी बात रख रहीं थीं जब पूरा विवाद हुआ

Bhasha

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.

मायावती ने मंगलवार सुबह को राज्यसभा में कहा था, 'मैं सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दूंगी.'


दरअसल उपसभापति पीजे कुरियन ने तीन मिनट का समय खत्म होने पर अपनी बात समाप्त करने को कहा. इस पर मायावती नाराज हो गईं और कहा कि वह एक गंभीर मुद्दा उठा रही हैं जिसके लिए उन्हें अधिक समय चाहिए.

कुरियन के रोकने पर उन्होंने यह भी कहा कि वह जिस समाज से संबंध रखती हैं, उस समाज से जुड़े मुद्दे उठाने से उन्हें कैसे रोका जा सकता है. उन्होंने कहा, 'अगर मैं दलितों के खिलाफ हो रही ज्यादतियों को लेकर अपनी बात ही सदन में नहीं रख सकती तो मुझे इस सदन में बने रहने का नैतिक अधिकार भी नहीं है.'

बीएसपी के सदस्यों ने वेल में किया हंगामा

उपसभापति ने कहा कि नियम 267 के तहत नोटिस देने पर ही वह चर्चा कर सकती हैं. इस नियम के तहत मुद्दे पर चर्चा के लिए अन्य कामकाज को स्थगित किया जाता है.

अगर चेयर सरकार की सलाह पर नोटिस स्वीकार कर ले और उस पर चर्चा के लिए सहमत हो जाए तब ही नियम 267 के तहत कामकाज निलंबित कर चर्चा की जा सकती है. कुरियन ने मायावती को समझाने की कोशिश की जो बेअसर रही.

बीएसपी सदस्य पहले तो उनके साथ चले गए लेकिन फिर सदन में आ कर चेयर के सामने पहुंच गए और मांग करने लगे कि उनकी नेता को बात रखने का अवसर दिया जाना चाहिए. कुरियन तथा विपक्षी सदस्यों के कहने पर चेयर सदस्य अपने स्थानों पर लौट गए.

तमिलनाडु के किसानों का मुद्दा भी उठा

इससे पहले बैठक शुरू होने पर उपसभापति पीजे कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके तत्काल बाद एआईएडीएमके सदस्य तमिलनाडु के किसानों का मुद्दा उठाते हुए चेयर के सामने आ गए. मायावती सहित अन्य विपक्षी सदस्यों ने भी अपने अपने मुद्दे उठाने का प्रयास किया.

कुरियन ने एआईएडीएमके सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने की अपील करते हुए कहा, 'मैं जानता हूं कि विपक्षी सदस्य अपने-अपने मुद्दों को लेकर गुस्से में हैं. मैं एक-एक कर सबकी बात सुनूंगा. लेकिन सदस्य भी एक-एक कर ही अपने मुद्दे उठाएं. कुरियन ने कहा कि सबसे पहले मायावती ने अपना मुद्दा उठाया है, इसलिए वह पहले अपनी बात रखें लेकिन उन्हें अपनी बात तीन मिनट में रखनी होगी.

जब बीएसपी प्रमुख अपनी बात रख रही थीं तब कुरियन ने कहा कि तीन मिनट हो चुके हैं. इस पर मायावती ने कहा कि अभी उनकी बात पूरी नहीं हुई है. 'मैंने नियम 267 के तहत नोटिस दिया है जिस पर बोल रही हूं. यह शून्यकाल नहीं है. मुझे अपनी बात रखने दें.

अपनी बात पूरी करने के लिए कहे जाने पर जब मायावती ने नाराजगी जाहिर करते हुए इस्तीफा देने की बात कही और सदन से चली गईं तब संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मायावती पर चेयर को चुनौती देने का आरोप लगाया.

सहारनपुर हिंसा को लेकर बीजेपी पर लगाया आरोप

उन्होंने और बीजेपी के अन्य सदस्यों ने मांग की कि मायावती को सदन से माफी मांगनी चाहिए. बसपा सदस्यों ने इस पर विरोध जताया. बीजेपी सदस्यों ने मायावती से माफी की मांग को लेकर नारे भी लगाए.

उन्होंने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के एक गांव में हाल ही में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी ने सुनियोजित तरीके से इसे अंजाम दिया और फिर इसे जातीय हिंसा का रूप दे दिया.