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जमीन बचाने के लिए यूपी में आक्रामक राजनीति करेंगी मायावती

राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद बीएसपी चीफ मायावती ने यूपी में अपनी आगे की रणनीति का खुलासा किया

FP Staff

राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद बीएसपी चीफ मायावती ने यूपी में अपनी आगे की रणनीति का खुलासा किया. उनकी यह कवायद यूपी के हालिया विधानसभा चुनाव में खिसक चुकी पार्टी की जमीन को बचाना है. पिछले दो चुनाव के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर कहा गया कि माया का बेस वोट (दलित) उनसे दूर छिटक चुका है. रविवार को दिल्ली में पार्टी नेताओं के साथ एक मीटिंग के बाद माया ने अपनी आगे की योजनाओं की जानकारी दी.

क्या है माया का अगला कदम?


मायावती ने संकेत दिया कि बीएसपी के बेस वोट को बनाए रखने के लिए वो भविष्य में आक्रामक राजनीति करेंगी. उन्होंने कहा, 18 सितंबर को वो में अभियान की शुरुआत करेंगी. इसकी शुरुआत 18 सितंबर को मेरठ में एक रैली से होगी. मायावती ने कहा कि वो हर महीने की 18 तारीख को मंडल स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करेंगी.

मायावती ने कहा कि वो यूपी में बीजेपी की फासीवादी राजनीति को कामयाब नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा, वो लोगों के बीच जाएंगी और बीजेपी की नीतियों का पर्दाफ़ाश करेंगी.

क्यों चुना 18 तारीख

मायावती ने बताया कि 18 की तारीख उनके लिए खास है. उन्हें इसी दिन राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा. इसलिए महीने की हर 18 तारीख को पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगी. उन्होंने बताया, सितंबर से वो अपने इस अभियान की शुरुआत करेंगी.

फिर बताई अपने इस्तीफे की वजह

दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मायावती के साथ सतीश चन्द्र मिश्र भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में 'जातिवादी और संकीर्ण विचारधारा वाली' सरकार है. उन्होंने कहा, 'सहारनपुर में बीजेपी द्वारा कराए कांड के विरोध में जब मैंने बोला तो सत्ता पक्ष ने मेरा विरोध करना शुरू कर दिया. वो मेरी आवाज दबाना चाहते थे. इस व्यवहार की वजह से मुझे इस्तीफा देना पड़ा.'

उन्होंने कहा, अब मैं इनका (बीजेपी) व्यापक स्तर पर विरोध करुंगी. लोगों की समस्या को सुना जाएगा और लोगों को जोड़ा जाएगा.

मायावती ने बताया कि हर महीने 18 तारीख को मंडल स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन किए जाएंगे. मैं खुद जाऊंगी. राज्य के सभी मंडलों और विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन किए जाएंगे. माया ने कहा, मैं अन्य राज्यों का दौरा भी करूंगी और बीजेपी को चैन से बैठने नहीं दूंगी.

दलित विरोधी है बीजेपी

मायावती ने बीजेपी पर जातिवाद, पूंजीवाद, संकीर्ण विचारधारा को प्रश्रय देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, देश की जनता बीजेपी से त्रस्त है. जनता को इससे बचाने के लिए हमने ये कार्यक्रम शुरू किया है. यूपी से बाहर दूसरे राज्यों में धरना कार्यक्रम चल रहा है. मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार दलित, अल्पसंख्यकों और छोटे व्यापारियों के खिलाफ है.

साभार: न्यूज़18 हिंदी