कर्नाटक बीजेपी प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने आज कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस-JDU गठबंधन में चल रही चीजों को चुपचाप देखगी और भ्रामक स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करेगी. पार्टी इसकी बजाय 2019 के लोकसभा चुनाव पर ध्यान केंद्रित करेगी.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के लिए अहमदाबाद की अचानक यात्रा करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाएगी और लोकसभा चुनाव में राज्य में अधिक से अधिक सीटें प्राप्त करने पर ध्यान देगी.
उन्होंने कहा , '...भ्रामक स्थिति है... सिद्धारमैया (कांग्रेस विधायक दल के नेता) कुछ बयान देते हैं और कुमारस्वामी (मुख्यमंत्री) कुछ और बयान देते हैं. इस भ्रामक स्थिति में हम हस्तक्षेप नहीं करना चाहते.'
येदियुरप्पा ने कहा , 'मैंने बीजेपी के सभी नेताओं से अनुरोध किया है कि ऐसी स्थिति में हमें ज्यादा बोले बगैर चुपचाप राजनीतिक घटनाक्रमों को देखना चाहिए.'
गौरतलब है कि येदियुरप्पा की अहमदाबाद यात्रा ने इन अटकलों को हवा दी कि कांग्रेस के कई असंतुष्ट विधायक उनसे संपर्क में हैं और बीजेपी में जाने को तैयार हैं तथा भगवा पार्टी राज्य में फिर से सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है.
अपनी यात्रा पर स्पष्टीकरण देते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि वह शाह को पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की 29 जून की बैठक के लिए आमंत्रित करने गए थे. बैठक में राज्य के राजनीतिक घटनाक्रमों और आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी.
येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी का राजनीतिक अनिश्चितता से कोई लेना देना नहीं है और कहा कि मीडिया की अटकलों का कोई आधार नहीं है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस-JDS एक दूसरे से लड़ रहे हैं. एक पूर्ण बजट पेश करने सहित कई मुद्दों पर दोनों के बीच मतभेद उभर कर सामने आए हैं.
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के पास वित्त विभाग का भी प्रभार है. उनके पांच जुलाई को प्रथम बजट को पेश करने का कार्यक्रम है.