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क्या एक टेंट से निकलेगा 2019 में बीजेपी की जीत का मंत्र

मिशन 2019 की शुरुआत बीजेपी अपने महायज्ञ से करने वाली है

Ravishankar Singh

राजधानी दिल्ली के संसद भवन से सटे 15 महादेव रोड बंगला आजकल राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है. पूर्वी दिल्ली के बीजेपी सांसद महेश गिरी के इस बंगले के अंदर जाते ही पीएम मोदी के 2019 के मास्टर प्लान की रुपरेखा देखने और सुनने को मिलती है. बंगले के अंदर घुसते ही लेफ्ट साइड में एक पंडाल लगा हुआ है. इस पंडाल के अंदर जाते ही एक बड़ा सा बैनर और एक बड़ा सा प्रोजेक्टर आपको अपनी तरफ खींचता है.

पंडाल के अंदर एक बैनर में जहां बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है ‘आओ एक संकल्प लें, आओ एक आहुति दें’ वहीं प्रोजेक्टर पर दिखाए जा रहे वीडियो भी आपके मन को आकर्षित करता है. प्रोजेक्टर में जो वीडियो लागातार दिखाए जा रहे हैं, वह यज्ञ के मंडपों के हैं. बड़े-बड़े कई मंडपों में साधु-महात्माओं के द्वारा आहुति देते हुए दिखाया जा रहा है. पंडाल में लगभग 200 कुर्सियां और हर आने-जाने वालों के लिए नाश्ते और चाय-पानी का बंदोबस्त भी किया गया है.


गौरतलब है कि श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग संस्थान से जुड़े पूर्वी दिल्ली के बीजेपी सांसद महेश गिरी आज-कल फिर चर्चाओं के केंद्र में हैं. पिछले कुछ दिनों से देश की राजधानी दिल्ली में महेश गिरी के द्वारा लाला किला परिसर में महायज्ञ कराने को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं. 15 महादेव रोड में बने पंडाल में चल रही गतिविधियां इस बात पर मुहर लगा रही है.

इस महायज्ञ को लेकर दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की बातें सुनने को मिल रही हैं. महायज्ञ के आयोजन स्थल को लेकर जिस लाल किला परिसर की बात आ रही है, उससे आने वाले दिनों में विवाद भी गहरा सकते हैं.

ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी सांसद महेश गिरी ने इस यज्ञ को ‘राष्ट्र रक्षा महायज्ञ’ का नाम दिया है. इस महायज्ञ की खास बात यह है कि जिस जगह को यज्ञस्थल के रुप में चुना गया है, वह भारत की एतिहासिक इमारतों में से एक है.

लाल किले में हवन

बीजेपी सांसद से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि इस महायज्ञ का आयोजन दिल्ली के लाल किला मैदान में किया जाएगा. ‘आओ एक संकल्प लें, आओ एक आहुति’ इस महायज्ञ का स्लोगन है. इस महायज्ञ का आयोजन इसी साल 18 मार्च से 25 मार्च के बीच किया जाएगा.

गुलाम भारत से स्वतंत्र भारत तक लाल किला से कई यादें जुड़ी हुई हैं. जिस लाल किला की प्राचीर से 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री का संबोधन होता है उसी लाल किला मैदान में अब राष्ट्र रक्षा महायज्ञ का आयोजन होने वाला है.

हालांकि, इस महायज्ञ के आयोजन को लेकर अभी तक किसी प्रकार की आधिकारिक घोषणा बीजेपी सांसद के द्वारा नहीं की गई है. फर्स्टपोस्ट हिंदी ने जब लाल किला मैदान में होने वाले यज्ञ के बारे में बीजेपी सांसद महेश गिरी से बात की तो उनका कहना था, मेरे तरफ से अभी किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी जाएगी. 22 जनवरी को ही हमलोग कर्टेन रेजर शो कर रहे हैं. कर्टेन रेजर शो के जरिए हम सभी चीजों को मीडिया के सामने रखेंगे.’

जब फर्स्टपोस्ट हिंदी ने बीजेपी सांसद महेश गिरी से महायज्ञ से संबंधित कुछ खास जानकारी साझा करने के लिए दोबारा से अनुरोध किया तो, उनहोंने फिर से एक बार अपनी मजबूरी जाहिर करते हुए कहा, ‘देखिए यह बातें हमारे संस्थान के नियम के खिलाफ जाएंगी. हम 22 जनवरी को ही सारी जानकारी आप लोगों को देंगे.’ कुल मिलाकर यह तो तय है कि दिल्ली में महायज्ञ होने जा रहा है. अब लोगों की दिलचस्पी इस महायज्ञ को लाल किले परिसर में होने से बढ़ने लगा है.

फर्स्टपोस्ट हिंदी इस महायज्ञ को लेकर सबसे पहले बीजेपी सांसद महेश गिरी के नजदीकी कुछ लोगों से फोन पर बात की. फोन पर खबर की पुष्टि के बाद महेश गिरी के आधिकारिक आवास 15 महादेव रोड पर पहुंचने पर इस सस्पेंस पर से पर्दा उठ गया. सांसद की आधिकारिक आवास की गतिविधि कुछ और बयां कर रही थी.

सांसद के इस आवास पर मीडिया का प्रवेश वर्जित है. कुछ मीडिया वाले जाते भी हैं तो पंडाल में मौजूद वॉलेंटियर सख्त हिदायत देते हैं कि अभी फोटो या वीडियो नहीं बना सकते हैं. फर्स्टपोस्ट हिंदी ने भी पंडाल में मौजूद बीजेपी सांसद महेश गिरी के कुछ करीबी लोगों से बात की तो उनका भी वही कहना था जो महेश गिरी ने फर्स्टपोस्ट हिंदी की बातचीत में कह दिया था.

इस महायज्ञ को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं काफी गरम हैं कि यह महायज्ञ साल 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए किया जा रहा है.

फर्स्टपोस्ट की टीम ने बीजेपी सांसद महेश गिरी के यहां बैठे कुछ लोगों से बातचीच की. लोगों की सुनी-सुनाई बातों पर यकीन करें तो यह महायज्ञ साल 2019 का मास्टर प्लान का आगाज है. 2019 की नैया इस महायज्ञ के जरिए पार लगाने की बात हो रही है.

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. हालांकि अभी उनकी मंजूरी का इंतजार की बात भी कही जा रही है. महायज्ञ का समापन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा करने की भी बात की जा रही है.

बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. बीजेपी अब इन चुनावों के लिए केवल लोगों के बीच ही नहीं जाएगी, बल्कि दैवीय मदद के लिए यज्ञ भी करेगी. 2019 के आम चुनावों के लिए प्रचार की शुरुआत बीजेपी इस महायज्ञ से कराना चाहती है.

ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी इस महायज्ञ में पूरे सात दिन मौजूद रह सकते हैं. इनके अलावा महायज्ञ में कई केंद्रीय मंत्री, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, सांसद और कुछ धर्माचार्याओं को बुलाने की बात कही जा रही है.